एन एच 503ए जो कि ऊना से नेरचौक की तरफ जाता है , उसमें भकरेडी के पास सड़क का एक भाग काफी लंबे समय से क्षतिग्रस्त था। हाईवे का निर्माण होते ही उस भाग में विभाग द्वारा कंक्रीट बिछाई गई। लेकिन कुछ समय बाद ही ये कंक्रीट उखड़ना शुरू हो गयी। विभाग ने शुरू में इसपर गौर नहीं किया, लेकिन जब हालत ज्यादा खराब हुई तो विभाग ने उसकी मुरम्मत की। इसके बाद भी ये सिलसिला चलता रहा। पिछले एक साल से यहां हालत ज्यादा खराब हो गयी और सड़क को फौरी मुरम्मत की दरकार थी, काफी बार मीडिया में ये मुद्दा उठने के बाद और लोगों की शिकायत पर विभाग ने यहां दोबारा मुरम्मत का कार्य शुरू किया। इस बार यहां पर पेवर टाइल्स लगाए गए, और सड़क को लेवल पर लाया गया , क्योंकि काफी बार खराब होने से वो भाग धंस गया था। पेवर टाइल्स लगने पर लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली, क्योंकि इससे पहले काफी ज्यादा दुर्घटनाएं वहां हो चुकीं थी , और काफी लोग वहां गिरकर घायल भी हुए थे।
लेकिन एक महीने के अंदर ही टाइल्स दोबारा निकलना शुरू हो गयी और सड़क पर वाहन चलाना भी दूभर से हो गया। और इसी कड़ी में पिछले करीब 8 महीनों में ही ये सड़क 3 से 4 बार उखड़ चुकी है, विभाग के बार बार रिपेयर करवाने के बावजूद भी सड़क का यह भाग ठीक नहीं हो पाया है। इस सड़क से गुजरने वाले कुछ लोगों ने बताया कि हम काफी लंबे समय से इस सड़क का प्रयोग करते हैं, सारी सड़क अच्छी बनी है लेकिन यहां पर काफी लंबे समय से ऐसे ही हालात हैं। और काफी सड़क दुर्घटनाएं भी यहां पर होती रहती हैं। इसे एक बार इसी वर्ष दोबारा उखादा गया और इसमें खुदाई कर बढ़ी पाइप डाली गयी ताकि पानी को सड़क के ऊपर बहने से बचाया जाये, ये काम पूरा हुआ, उसके बाद से अब तक करीब 3 महीने ही हुए हैँ और अब इस जगह पर दोबारा से सड़क खराब होना शुरू हो गयी है, सड़क के इस खराब हिस्से में उतार चढ़ाव बन गए हैँ, और दोबारा यहां सड़क दुर्घटनाएं होने की संभावना बढ़ गयी है, आगे बरसात है और ऐसे में अगर अभी से ही सड़क के हालत ऐसे हो गए हैँ तो बरसात में तो यहाँ से गुंर्ना आम लोगों के लिये मुश्किल हो जायेगा! ऐसे में सवाल तो बनता है कि विभाग द्वारा अगर बार बार इस भाग की मुरम्मत करवाई जाती है तो फिर यहां पर हालात क्यों दुरुस्त नहीं हो पा रहे हैं, अभी हाल ही में पेवर टाइल्स पूरी तरह से धँस चुकी थी, जिससे पानी के खड़े होने की वजह से दो पहिया वाहनों को भी गिरने का डर सताता रहता था। इसके बाद अब ज़ब underground पाइप लगाकर भी इसे दुरुस्त करने की कोशिश की गयी तो अब दोबारा हालात वैसे ही होने शुरू हो गए हैँ,इसी के साथ समस्या ने अब और गहरा रूप ले लिया है, सड़क के दोनों तरफ रोड में खड्डे हो चुके हैं जो कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं, लेकिन विभाग की तरफ से इस पर कोई बात होती नहीं दिख रही है। इस मुद्दे को विधानसभा तक विधायक इंद्रदत्त लखनपाल द्वारा उठाया गया, लेकिन विभाग और सरकार अभी भी शायद किसी बड़ी दुर्घटना होने का इंतज़ार कर रहे हैं। अब देखना रहेगा कि किस तरह से विभाग और सरकार इस ब्लैक स्पॉट की मरम्मत करने का काम करती है।इस बारे में जब हमने NHhppwd के अधिशाषी अभियंता प्रमोद कश्यप से बात करने के लिये फ़ोन घुमाया तो उनसे सम्पर्क नहीं हो सका!