बड़सर उपमंडल की भकरेड़ी पंचायत के मकतेड़ी गाँव में जलशक्ति विभाग ने एक चेक डैम बनाया था! इसका काम 1994 के बाद शुरू हुआ था, सन 2000 में ये बनकर तैयार हो गया! इसपर करीब 10 लाख की लागत आयी और कुल 28 हेक्टयर भूमि इसके लिये प्रयोग में लायी गयी!इसका मुख्य लक्ष्य नजदीकी गाँव में खेती के लिये इसका पानी उपयोग में लाना था, लेकिन मुख्य तौर पर अगर बात करें तो केवल एक बार ही इसका उपयोग खेतोँ में सिंचाई के लिये किया गया है, स्थानीय लोगों ने बताया की केवल एक बार ही इसका उपयोग खेतोँ में सिंचाई के लिये बणी, सेरी, और मकतेड़ी गाँव में किया गया है! उसके बाद कभी इसका उपयोग सिंचाई के लिये नहीं किया गया! इससे प्रतीत होता है की सरकार जो पैसा विकास कार्यों के लिये भेजती है, वो एक तरह से व्यर्थ जा रहा है, केवल चहितों को सरकार में कोई ना कोई काम दिलवाना है, इसी सोच से कई ऐसी स्कीम लायी जाती हैँ, जो दिखने में तो अच्छी लगती हैँ, लेकिन बाद में वो सुचारु रूप से नहीं चल पाती है, और जर्जर हालात में बंद हो जाती है, जो फायदा इन स्कीमों से आम लोगों को मिल सकता था, उनसे लोग महरूम रह जाते हैँ! बात करें इस चेक डैम की तो वर्तमान समय में ये केवल कंक्रीट की एक दिवार बन कर खड़ा है, जिसमें केवल काई और गंदगी पसरी है!
इस विषय में ज़ब हमने बड़सर मंडल जल शक्ति विभाग के जे. ई आशीष कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि इस चेक डैम को सुचारु रूप से चलाना विभाग कि प्राथमिकताओं में से एक है! और हम इस पर विचार विमर्श भी कर रहे हैँ! गाँव वाले अगर बाग़वानी विभाग के साथ समन्वय बनाकर सहमति दें तो हम एक बड़ा टैंक बनाकर पानी स्कीम के लिये मुहैया करवाने में सक्षम हो जाएंगे!