आज रूबल ठाकुर राष्ट्रीय संयोजक भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन द्वारा जारी प्रेस बयान में कहा गया कि जो पिछले दिन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में आयोजित अंडर-14 खेल प्रतियोगिताओं में जो खामियां सामने आई है वह शर्मनाक है रूबल ठाकुर ने कहा कि अगर स्कूल के पास प्रतियोगिता करवाने के लिए व्यवस्थाएं नहीं थी तो उन्हें संबंधित विभाग से पहले ही मना कर देना चाहिए था और जिस तरह से खिलाड़ियों को और युवाओं को जो गंभीर चोटें आई हैं उनकी जवाबदेही भी इन्हीं सरकार के अफसरशाही के ऊपर गंभीरता से जवाबदेही लेनी चाहिए रूबल ठाकुर ने कहा कि इस देश का दुर्भाग्य है की सबसे ज्यादा युवा पीढ़ी इस देश की है और उसी देश में युवाओं के लिए बेहतरीन व्यवस्थाएं आजादी के 75 वर्ष के बाद भी नहीं हो पाई है
आज भी हमारा युवा उन व्यवस्थाओं से कहीं दूर है जो उन्हें मिलनी चाहिए थी परंतु जब किसी के ऊपर जवाबदेही स्पष्ट नहीं होगी तो वह अपने कार्यों को करने के लिए उतना आज्ञाकारी भी नहीं वनना चाहते हैं बिझड़ का ताल स्टेडियम जो लाखों रुपए की लागत से कई वर्ष पहले बना था आज वह अपनी व्यवस्था के लिए रो रहा है रूबल ठाकुर ने कहा कि पूरे विधानसभा क्षेत्र में अगर सरकार बनाना चाहे तो कई आउटडोर और इंडोर स्टेडियम बन सकते हैं लेकिन बगैर किसी इच्छाशक्ति के और बगैर प्रयत्नों के यह कार्य कभी भी संभव नहीं होगा रूबल ने कहा कि केंद्र की सरकार में इस प्रदेश एक बड़े नेता केंद्र की सरकार में खेल मंत्री हैं लेकिन अभी तक उन्हीं के गृह जिले में कोई भी इंडोर स्टेडियम आउटडोर स्टेडियम वह अपनी कार्यशैली में नहीं बना पाए बहुत ही दुर्भाग्य की बात है किस तरह की खबरें देश के खेल मंत्री के जिले से सामने आ रही हैं इसके ऊपर भी उनकी जवाबदेही स्पष्ट होनी चाहिए रूबल ठाकुर ने युवाओं से भी आह्वान किया कि उन्हें भी अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए लड़ाई लड़ने की जरूरत है और अपने हक मांगने की लड़ाई लड़ने की जरूरत है