बड़सर पंचायत जो की सदर पंचायत है, और सबसे पुरानी पंचायत है! बड़सर पंचायत से पुलिस थाना, उपमंडलाधिकारी कार्यालय, सिविल कोर्ट और भी दर्जन भर दफ्तर चलते हैँ, और उपमंडल के केंद्र में एक यही पंचायत है, ऐसी पंचायत जहां सारी सुविधायें लोगों को उपलब्ध होनी चाहिए! लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी की बड़सर पंचायत का बंदोबस्त पिछले 30 सालों से पूरा नहीं हो पाया है, बड़सर पंचायत की साथ लगती लगभग सभी पंचायतों में ये बंदोबस्त पूरा हो चुका है! हैरानी की बात है की यहां इतने सरकारी कार्यालय हैँ, और बंदोबस्त न होने के बावजूद चलाये भी जा रहे हैँ, अगर आने वाले समय में बंदोबस्त कभी पूरा होता है, तो यहां तो कई तरह के विवाद खड़े होने की स्थिति भी उतपन्न हो सकती है! दूसरी सबसे बड़ी समस्या ये है की बंदोबस्त न होने के कारण कोई भी रिकॉर्ड ऑनलाइन नहीं चढ़ाया जा सका है, जिस कारण लोगों को परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है
लोगों को जो सुविधा सरकार से ऑनलाइन मिल रही है, उसके लिये उन्हें आज भी कार्यालय जाकर रिकॉर्ड लाना पड़ता है! बंदोबस्त दफ्तर में 3 से 4 पद भी खाली पढ़े हैँ! अधिक जानकारी प्राप्त करने पर पता चला की बंदोबस्त धीमा होने की एक वजह ये भी है की स्टाफ की कमी के करण रोजमरा के काम करने के साथ साथ विभाग के अधिकारीयों और कर्मचारियों को बंदोबस्त के लिये भी समय निकालना पड़ रहा है, जिस कारण ये काम पूरा नहीं हो पा रहा है!इस विषय में ज़ब हमने सेटलमेंट तहसीलदार विजय राय से बात की तो उन्होंने कहा की अब केवल 10 से 15 गाँवों में अभी सेटलमेंट होना बाकी है, और अधिकतर पंचायतों का किया जा चुका है! हालांकि बड़सर पंचायत में कब तक पूरा हो जायेगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा की इस विषय में जल्द ही आपको जानकारी दी जाएगी!लेकिन सबसे बढ़ा सवाल ये बनता है की जो पंचायत पूरे विधानसभा के प्रशासनिक दफ्तरों का घर है, वहां पर अबगी तक बंदोबस्त पूरा क्यों नहीं किया जा सका है!