मैहरे बस स्टॉप के पास एक पुराना पेड़ है जो कि अंदर से खोखला हो चुका है, और उस पेड़ की हालत ऐसी है कि कभी भी गिर सकता है। ये पेड़ वन विभाग बड़सर के कार्यलय में स्थित है , और बस स्टॉप मैहरे की और है। इसका सबसे ज्यादा खतरा स्थानीय खोखधारकों को है, अभी एक माह पहले ही इसकी एक बड़ी टहनी एक खिखाधारक की छत पर गिर गयी जिस कारण पूरी छत नीचे बैठ गयी। खोखधारक से जब हमने बात की तो उन्होनें कहा कि इससे पहले भी अप्रैल में उन्होनें प्रशासन को इस बारे अवगत करवाया था , और लिखित शिकायत में उन्होनें वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को इसे जल्द से जल्द हटाने का आग्रह किया था, लेकिन कोई कारवाई प्रशासन की और से अमल में नहीं लायी गयी , वहीं जब पेड़ की एक बड़ी टहनी ने छत को क्षतिग्रस्त कर दिया तो मौके पर वन विभाग की टीम और तहसीलदार बड़सर पहुंचे थे , उन्होनें जल्द से जल्द इस पेड़ को हटाने के बारे में कहा था, लेकिन 25 दिन बीत जाने पर भी ये क्षतिग्रस्त पेड़ यहां से नहीं हटाया गया है, खोखधारक का कहना है कि पेड़ कभी भी ह8र सकता है, और उन्हें डर के साये में ही अपनी रोजी रोटी चलानी पड़ रही है, इस कारण वह अपनी क्षतिग्रस्त छत को भी ठीक नहीं करवा पा रहे हैं।
मैहरे बस स्टॉप पर एक क्षसतिग्रस्त पेड़ कभी भी बन सकता है बड़े हादसे का कारण, लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं।
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