बिझड़ ब्लॉक की विभिन्न पंचायतों में पिछले करीब 2- 3 माह से मनरेगा मजदूरों के बैंक खातों में एक नया पैसा नहीं डला है। इस बार मनरेगा मजदूरों की दीवाली भी फीकी ही गयी। मनरेगा का पैसा बैंक खातों में न डलने के कारण मनरेगा मजदूरों के घर इस बार लक्ष्मी नहीं आ पाई , जिस कारण मजदूरों को कई दिक्कतों का भी सामना इस दौरान करना पड़ा है। जहां एक तरफ कोरोना के कारण लोगों की कमाई के साधन घटे हैं , वहीं दूसरी तरफ लगातार बढ़ती मंहगाई ने लोगों की कमर तोड़ कर रखी है , और इन सबके ऊपर अगर अपनी मेहनत का पैसा भी लोगों की जेब में न पहुंचे तो किसी को 3 महीना घर चलाना कितना मुश्किल हो जाता है ये एक सोचनीय विषय है। इस पर हमने बिझड़ ब्लॉक के बल्याह पंचायत के प्रधान वीरू जसवाल, बणी पंचायत के प्रधान शैलजा बन्याल, बड़सर पंचायत के प्रधान राजेश बन्याल, क्यारा बाग पंचायत के प्रधान प्रवेश कुमार से बात की तो उन्होनें बताया कि ये बात सत्य है कि पिछले 2 महीने से मनरेगा मजदूरों के खातों में किसी तरह की पेमेंट नहीं हुई है, और इसमें पंचायत भी मजदूरों की सहायता करने में अक्षम है।
इस विषय में जब हमने इससे सम्बंधित विभाग ग्रामीण विकास अधिकरण के अधिकारी के.डी.एस कंवर से बात की तो उन्होनें बताया कि मनरेगा मजदूरों के खातों में पैसा डालने का काम केंद्र सरकार करती है , इस बार केंद्र सरकार की तरफ से पैसे डालने में देरी हुई है, लेकिन जल्द ही मजदूरों के बैंक खातों पैसा पहुंच जाएगा, कई बार पटमेंट्स आने में देरी हो जाती है। लेकिन आखिर में बात यही निकल कर आती है कि जो मजदूर केवल मनरेगा ध्याड़ी ही करता है , और काम के अभाव में जब कोई व्यक्ति मनरेगा में अपनी पंचायत में काम करता है, लेकिन जब उनके बैंक खातों में पिछले दो महीनों से पेमेंट नहीं डली हो तो समस्या गम्भीर हो जाती है।