बड़सर तहसील में कुछ समय से लोगों की शिकायत आ रही थी कि तहसील में उनके दस्तावेज बनने में ज्यादा समय लग रहा है। उदाहरण के लिए अगर किसी व्यक्ति ने अपना बोनाफाइड तहसील से बनाया तो उसे पहले पटवारी से वेरीफाई करवाना होता है, और वर्तमान व्यवस्था के अनुसार इसके बाद लोकमित्र केंद्र में या अपने फ़ोन के जरिये भी ई – डिस्ट्रिक्ट एचपी के पोर्टल पर जाकर कोई भी अप्लाई कर सकता है, जिसमे उसे कुछ फीस भरनी होती है, दस्तावेज अब सीधा तहसील कार्यालय में पहुंचता है, जिसे तहसीलदार को अपरूव करना होता है। लेकिन बड़सर में लोगों की शिकायत है कि तहसीलदार बड़सर दोबारा उस दस्तावेज को पटवारी के पास भेज रहे हैं। जिसमे लोगों के 3 से 4 दिन बर्बाद हो जाते हैं। और एक दस्तावेज के लिए उन्हें अधिक इंतज़ार भी करना पड़ता है, जिस कारण लोगों को असुविधा हो रही है।
इस विषय पर जब हमने तहसीलदार बड़सर से बात की तो उन्होंने कहा कि अब वर्तमान समय में व्यवस्था थोड़ी बदल चुकी है, जिसकी अधिकतम लोगों को जानकारी नहीं है। हमारी तरफ से लोगों को पटवारी से वेरीफाई करवाकर लाने को नहीं कहा जाता है , बल्कि लोग स्वयं से ही उसे वेरीफाई करवाते हैं और उसके बाद ऑनलाइन अप्लाई करते हैं जिसके बाद ये दस्तावेज हमारे पास आते हैं , जिन्हें हम सम्बंधित विभाग (पटवारी) से वेरीफाई करने के लिए भेज देते हैं। उन्होंने अधिक जानकारी देते हुए ये बताया कि हम जक भी हमारे पास आता उन सबको हम अपनी तरफ से बताते हैं कि लोग सीधा ऑनलाइन अप्लाई करें उसके बाद तहसीलदार की जिम्मेवारी है उस दस्तावेज को वेरीफाई और अप्रूव करवाने की। उन्होनें कहा कि बोल चाल न्यूज़ के माध्यम से भी मैं लोगों को ये जानकारी देना चाहती हूं कि पहले आप ऑनलाइन अप्लाई करें उसके बाद हम उस दस्तावेज को वेरीफाई भी करवाएंगे और अप्रूव भी करेंगे। लोगों को स्वंयम वेरीफाई करवाने की जरूरत नहीं है। सरकार का मकसद लोगों को सुविधा पहुंचाना है , असुविधा पहुँचना नहीं