एक महाविद्यालय में सबसे अधिक जरूरी होता है छात्रों के लिए बेहतरीन पुस्कालय का होना, लेकिन बड़सर महाविद्यालय में पुस्तकालय तो है लेकिन उसपर भी अक्सर ताला देखने को मिलता है, लाइब्रेरियन के लिए महाविद्यालय 4 पद स्वीकृत हैं जिसमें सभी के सभी पद खाली हैं। जहां बच्चों को पढ़ाई के समय पुस्तकालय की अधिक आवश्यकता पड़ती है, वहां स्टाफ की कमी के कारण पुस्तकालय का प्रयोग केवल और पहचान पत्र बनाने के लिए किया जाता है।
बात करें अगर रेस्ट्रोर और लाइब्रेरी अटेंडेंट की तो उसमें रेस्ट्रोर के 2 पद स्वीकृत हैं जो खाली पड़े हैं। इसमें सीनियर लेक्चरर के 2 और जूनियर लेक्चरर के 3 पद खाली है लैब अटेंडेंट के केवल 1 पद भरा है और 4 खाली हैं, कुल मिलाकर इन 10 पोस्टों में 9 खाली हैं। इस तरह अगर पूरे आंकड़े को आप देखेंगे तो बड़सर महाविद्यालय इस समय स्टाफ की कमी से जूँझ रहा है।इस विषय में जब हमने महाविद्यालय प्रधानाचार्य से बात की तो उन्होनें बताया कि इस संदर्भ में सरकार को लिखा जा चुका है , और उन्हें उम्मीद है कि सरकार जल्द ही खाली पड़े पदों को भरने के प्रयास करेगी।