बड़सर महाविद्यालय की शुरुआत 2007 में की गयी थी, उस समय इस कॉलेज में विज्ञान, वाणिज्य, और कला संकाय में कक्षाएं शुरू की गयी! 2010-11 के बीच कॉलेज का अपना भवन बनकर तैयार हुआ, जहां निरंतर कक्षाएं बैठ रही हैँ! कांग्रेस की सरकार में इस स्त्रोन्नत करने की बात की गयी और यहां पर पोस्ट ग्रेजुएट में कला संकाय की कक्षायें बैठाने की बात की गयी, जिसकी एक नोटिफिकेशन भी निकाली गयी! चुनावों के बाद भाजपा स्क्रकार सत्ता में आती है लेकिन सरकार के 5 साल का कार्यकाल अब पूरा होने को है, लेकिन अभी तक जो पोस्ट ग्रेजुएट कक्षाएं शुरू करने की बात लगातार होती रही है, वो कक्षाएं अभी तक बड़सर कॉलेज में नहीं शुरू हो पायी हैँ! वहीं अंडर ग्रेजुएट में भी यहां पर कई अध्यापकों के पड़ रिक्त चल रहे हैँ! आपको बता दें की जबसे ये कॉलेज शुरू हुआ है, तबसे लेकर आजतक इस कॉलेज में किसी शारीरिक शिक्षक का पद तक नियुक्त नहीं किया गया है, ऐसे में छात्रों के लिये खेलों में हिस्सा लेना भी बहुत कठिन होता है, और इंटर कॉलेज खेल प्रतिस्पर्धा में छात्रों को निराशा ही हाथ लगती है! बड़सर में पोस्ट ग्रेजुएट कक्षाएं न होने की वजह से छात्रों को हमीरपुर ऊना या कहीं और अन्य कॉलेज का रुख करना पड़ता है!
इस विषय में ज़ब हमने म्हाविद्यालय के प्रधानाचार्य अश्वनी कुमार से बात की तो उन्होंने बताया की पोस्ट ग्रेजुएट कक्षाएं कब से बैठेंगी इस विषय पर तो वह कुछ नहीं बोल सकते, क्योंकि ये मामला विचाराधीन है! लेकिन जहां तक अध्यापकों के रिक्त पदों की बात है तो समय समय पर हम इस विषय में विभाग को लिखकर सूचित करते रहते हैँ, और कई बार smc कमेटी द्वारा भी कॉलेज में अध्यापक नियुक्त किये जाते हैँ ताकि बच्चोँ की पढाई में कोई बाधा नहीं आये!
लेकिन सवाल ये बनता है की ज़ब इस कॉलेज को स्त्रोन्नत करने की बात कही गयी थी, और ये क्षेत्र की जरूरत भी है, तो अभी तक इन्हें शुरू क्यों नहीं किया गया! अगर यहां कक्षाएं शुरू होती हैँ तो इस क्षेत्र के छात्रों के साथ साथ स्थानीय लोगों को भी लाभ पहुंचेगा! बल्याह पंचायत प्रधान वीरू जसवाल ने कहा की बड़सर कॉलेज हमारी पंचायत में आता है ये हमारे लिये सौभाग्य की बात है, और क्षेत्र के हर कोने से छात्र यहाँ उच्च शिक्षा ग्रहण करने आते हैँ, लेकिन यहाँ अगर pg कोर्सेज शुरू होते हैँ तो, लोगों को इसका आर्थिक लाभ तो होगा ही, दूसरी तरफ छात्रों को उनके घर द्वार उनके अपने क्षेत्र में ही उच्चत्र शिक्षा मिल पायेगी!