बड़सर उपमंडल के कठियाणा स्कूल में 22-10-2021 को जॉइंट डायरेक्टर कुलदीप राव औचक निरीक्षण करने गए। जॉइंट डायरेक्टर के स्कूल पहुंचते ही सब हरकत में आ गए , इसके बाद निरीक्षण की प्रक्रिया को शुरू किया गया। निरीक्षण के दौरान स्कूल के 5 अध्यापक अनुपस्थित पाए गए, इसमें 4 अध्यापक सीनियर सैकण्डरी स्कूल के थे , वहीं एक अध्यापक प्राइमरी स्कूल का था, प्राइमरी स्कूल का अध्यापक तो पिछले 5 दिन से छुटि पर है ये बात सामने निकल कर आई। जॉइंट डायरेक्टर ने जब स्कूल के प्रचार्य से पूछा तो वो कोई उचित जवाब नहीं दे पाए।
अध्यापकों के लिए लगे हाजिरी रजिस्टर में भी अनुपस्थित अध्यापकों के नाम के आगे बने खाने खाली पाए गए। जॉइंट डिरेक्टर कुलदीप राव ने तुरंत प्रभाव से सब 5 अध्यापकों की हाजिरी रजिस्टर में अनुपस्थिति लगाई। गौरतलब है कि कुलदीप राव हमीरपुर जिला के विभिन्न विद्यालयों में औचक निरीक्षण कर रहे हैं। इस मामले में अध्यापकों की अनुपस्थिति पर उन्होंने ने विद्यालय प्रबंधन से अपनी नाराजगी भी व्यक्त की। और ऐसे में अहम सवाल ये उठता है कि शिक्षा विभाग में लगातार ऐसी लापरवाहियां देखने को मिलती हैं , जिनके कारण बच्चों के भविष्य पर गहरा संकट मंडरा जाता है। पिछले एक साल से कोरोना के कारण बच्चों के स्कूल वैसे ही बन्द पडें हैं ,जिस कारण उनकी पढ़ाई पर गहरा असर पड़ा है, और अब जब स्कूल खोलने का फैसला सरकार द्वारा लिया गया है, तो स्कूल में बच्चों को पढ़ाने वाले अध्यापक है गायब हैं। ये गहरी चिंता का विषय है कि कुछ अध्यापक अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं , और जहां उन्हें बच्चों को पढ़ाने के लिए अधिक मेहनत करनी चाहिए , वहां वो अनुपस्थित नजर आ रहे हैं। सरकार को ऐसे अध्यापकों पर सख्त से सख्त कारवाई अमल में लानी चाहिए। और अगर अध्यापक किसी वजह से देरी से आये हैं तो उनकी बात को भी सुना जाए, पर बात वही है कि कारवाई उचित की जाए।