बड़सर मदन शर्मा, उत्तर भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ जी की तपो भूमि बड़सर विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक नेतृत्व लगभग पिछले 20 वर्षों के दौरान विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं को लाने और क्रियान्वित करने के बारे में शायद बहुत कमजोर रहा। मिनी सचिवालय का निर्माण, बस अड्डे का निर्माण, सेंटर स्कूल की स्थापना, टैक्सी स्टैंड,गाड़ियों के लिए पार्किंग स्थल, चिल्ड्रन पार्क डिविजनल फॉरेस्ट ऑफीसर का कार्यालय, खेल परिसर, राजकीय महाविद्यालय में पोस्टग्रेजुएट कोर्स शुरू करना,बडसर-मैहरे नगर के साथ लगते चार पटवार सर्कल के क्षेत्र को अलग करके एक अलग मुहाल बनाकर अलग पंचायत का गठन करके नगर वासियों के लिए आधारभूत सुविधाएं जुटाना आदि बहुत से ऐसे विकासात्मक कार्य हैं जिनके बारे में अभी कुछ नहीं हो पाया।ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार इस विधानसभा क्षेत्र के विकास के बारे में बिल्कुल लापरवाह है।
लगभग 12 वर्ष पहले बड़सर विधानसभा के मुख्यालय में एक मिनी सचिवालय भवन व बस अड्डा बनाने के नींव पत्थर रखे गए थे लेकिन आश्चर्य की बात है कि इन विकासात्मक और अति आवश्यक कार्यों का नींव पत्थर रखने के बाद कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार अपना 5 वर्ष का कार्यकाल पूरी कर चुकी है व भाजपा दल के नेतृत्व वाली सरकार अपना पांच वर्ष का कार्यकाल दिसंबर 2022 में पूरा कर लेगी , लेकिन इन दोनों कार्यों को कार्यान्वित करवाने के लिए अभी तक असमर्थ रहे हैं। इससे प्रतीत होता है कि दोनों दलों के स्थानीय नेता अपनी अपनी खिचड़ी पकाते रहे , ऐसा लगता है कि यह विधानसभा क्षेत्र हिमाचल प्रदेश का नहीं है। पिछले 4 वर्षों में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बडसर विधानसभा क्षेत्र में कदम तक नहीं रखा जबकि भारतीय जनता पार्टी के चार दिग्गज नेता बरसर विधानसभा से संबंध रखते हैं। एक नेता भारतीय जनता पार्टी के हमीरपुर जिला के जिलाध्यक्ष हैं, दूसरे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हैं, तीसरे कांगड़ा सहकारीकृषि विकास बैंक के अध्यक्ष हैं व चौथे कामगार बोर्ड के चेयरमैन है। लेकिन हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री एक बार भी किसी भी विकासात्मक कार्य की नींव रखने या उद्घाटन करने पिछले 4 वर्षों में बडसर विधानसभा क्षेत्र में नहीं पहुंच पाए। इससे जाहिर होता है कि वर्तमान में स्थानीय नेता सरकार से पिछले 12 वर्षों से लंबित पड़े मिनी सचिवालय का निर्माण तहसील परिसर में अभी तक भी शुरू नहीं करवा सके। दूसरा मेहरे -बड़सर के बाजार में किसी भी जगह पर बस अड्डे का निर्माण करवाने के लिए सही जगह का चयन करवाने में भी आज तक असमर्थ रहे हैं।
बसीर के उप मंडल अधिकारी शशि पाल शर्मा से मिनी सचिवालय तहसील परिसर में निर्माण के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले डिप्टी कमिश्नर हमीरपुर, बडसर में दौरे पर आए थे व मिनी सचिवालय निर्माण के बारे में स्थानीय संबंधित अधिकारियों से विस्तार से बातचीत की। उप मंडल अधिकारी ने बताया कि मिनी सचिवालय तहसील परिसर में बनाने के लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं , केवल हिमाचल सरकार की कैबिनेट से तहसील भवन को गिराने की अनुमति मिलना शेष रह गई है इस बारे पूरा केस बनाकर डिप्टी कमिश्नर हमीरपुर को भेज दिया था जो कि उस कार्यालय ने आगे हिमाचल सरकार को शिमला में भेजना था। उप मंडल अधिकारी शशि पाल ने कहा कि जयूं ही कैबिनेट से इस भवन को गिराने की अनुमति मिल जाएगी उसके बाद मिनी सचिवालय भवन के निर्माण का कार्य तुरंत शुरू कर दिया जाएगा।
शशि पाल शर्मा ने आगे बताया कि बस अड्डे के निर्माण के लिए अभी तक उचित जगह का चयन नहीं हो पाया जो जगह टेक्निकल टीम ने मेहरे बडसर में बस अड्डे के लिए देखी है, उनमें कुछ कमियां पाई गई उन्होंने कहा कि बस अड्डे का निर्माण कार्य भी उचित जगह का चयन करने के उपरांत जल्दी शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार इन दोनों ही कार्यों का निर्माण जल्दी शुरू करवाने के बारे में सजग है।
बताते चलें कि इस समय उप मंडल अधिकारी का कार्यालय पिछले कई वर्षों से बचत भवन में कार्यरत है। अगर मिनी सचिवालय समय रहते बन जाता है तो उप मंडल अधिकारी का एक अच्छा कार्यालय बनकर तैयार हो जाएगा जिसमें आम जनता को अपने कार्यों को करवाने के लिए काफी सुविधा मिलेगी।
इस बारे अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग बरसर ने भी बताया कि सरकार से निर्माण की अनुमति मिलते ही मिनी सचिवालय का निर्माण कार्य वर्तमान तहसील परिसर में तुरंत शुरू कर दिया जाएगा।