बड़सर उपमंडल में 80 और 90 के दशक में क्षेत्र में पानी की समस्या को सुलझाने ले लिये दो पानी की स्कीम लायी गयी थी, जिसमें 99 गाँव स्कीम और 100 गाँवों को पानी पहुंचाने की स्कीम महत्वपूर्ण थी! उस समय बड़सर विधानसभा में कुल 30 पंचायतें हुआ करती थी, जहां पर पानी की उस समय काफी समस्या हुआ करती थी, लेकिन उस समय के विधायक मनजीत सिंह डोगरा ने गाँवों में पानी की इस समस्या को दूर करने के लिये ये दो स्कीमस लायी! 1985 से शुरू होकर 2 साल में ये स्कीमस बनकर तैयार हुई थी! इस स्कीम में बड़सर के विभिन्न गाँवों में सार्वजनिक नल के तहत बड़सर विधानसभा के विभिन्न गाँवों में पानी पहुंचाने के लिये ये दो स्कीमस लायी गयी थी! लेकिन समय के साथ साठ गाँवों और पंचायतों की संख्या बढ़ती गयी, और ऐसे में इन स्कीमस पर बोझ भी बढ़ता गया!
लेकिन जहां हर व्यक्ति के घर तक नल से पानी पहुंचाने की बात आज के समय में की जा रही है, वहीं दूसरी और किसी और स्कीम पर 4 दशक होने के बाद भी कोई काम नहीं हो पाया है!पूर्व विधायक मनजीत सिंह डोगरा जिनके कार्यकाल में ये दो स्कीमस शुरू हुई थी उनका कहना है, की लगातार बड़सर की अनदेखी हर क्षेत्र में सरकारों द्वारा की गयी! इसी कड़ी में पानी पहुंचाने के दावों में भी ये कोताहि देखने को मिलती है, मनजीत सिंह डोगरा ने कहा की उनके समय में संसाधन बहुत सीमित थे, लेकिन फिर उन्होंने बड़सर के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए हर गाँव तक पानी पहुंचाने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर इन स्कीमस पर कार्य किया था, लेकिन उसके बाद विभाग और सरकार द्वारा क्षेत्र में कोई अगमेंटेशन नहीं की गयी, और कोई स्कीम बड़सर में नहीं लायी गयी, जिस कारण आजकल अक्सर देखने को मिलता है की गर्मियों के समय में बड़सर के बहुत से क्षेत्रों ने आपको पानी की दिक्क़त देखने को मिलती है! अगर पंचायतें और गाँवों की संख्या बड़ी है, और लोगों की संख्या बड़ी है तो बड़सर में नई पानी की स्कीमस क्यों नहीं लायी गयी, क्यूंकि इन स्कीमस पर लगातार बोझ बढ़ा है!बड़सर जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता देवराज ने बताया की अभी कुछ नई स्कीमस पर काम चला है, जिसमें बियास से पानी उठाने की परियोजना पर भी कार्य चल रहा है, जिससे बड़सर क्षेत्र की करीब एक दर्जन पंचायतों को सीधा लाभ पहुंचेगा, लेकिन इसमें अभी कुछ समय लग सकता है!यह कहना उचित होगा की ाहर समय से नई स्कीमस बड़सर में लायी गयी होती तो शायद पानी की इस दिक्क़त का सामना लोगों को नहीं करना पड़ता!