वर्ष 2016-17 के दौरान बड़सर को सिविल अस्पताल का दर्जा दिया गया, लोगों को ये उम्मीद जगी की अब यहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें हमें मिलेंगी! लेकिन ये सब कोरी घोषणायें थी, ऐसा कहना है बड़सर की स्थानीय जनता का! आपको बता दें की बड़सर सिविल अस्पताल के अंतर्गत करीब 30 ऐसी पंचायतें हैँ जो सीधा लाभ लेती हैँ, अगर बात करें तो करीब 50 से 60 हज़ार लोगों पर ये एक मात्र बढ़ा अस्पताल है जिसका दर्जा सिविल अस्पताल का है, लेकिन इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी इस अस्पताल में एक महिला रोग विशेषज्ञ की पोस्ट क्रिएट नहीं की गयी है! इस क्षेत्र में महिलाओं कि संख्या काफ़ी ज्यादा है, लेकिन महिलाओं से जुडी स्वास्थ्य समस्याओं को सुलझाने के लिये यहां कोई महिला रोग विशेषज्ञ ही मौजूद नहीं है, ऐसे में उपमंडल की महिलाओं को हमीरपुर जिला अस्पताल या फिर निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है, हमीरपुर जिला अस्पताल की स्थिति भी उतनी बेहतर नहीं की वो इतने लोगों को संभाल पाए, वहीं ऐसे में मजबूरी में लोगों को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है, जहां पर उन्हें अधिक पैसा खर्च करना पड़ता है! गर्भवती महिलाओं को भी ऑपरेशन करवाने के लिये निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है, वहीं महिलाओं से जुड़े अन्य रोगों के लिये भी क्षेत्र की महिलाओं को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है! आपको बता दें की बड़सर अस्पताल में हर रोज 180 से 200 के करीब OPD है!
लेकिन सरकार का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है!इस विषय में स्थानीय लोग और पंचायत प्रतिनिधि अब ये मांग कर रहे हैँ की देश में आधी आबादी महिलाओं की है, लेकिन महिलाओं के लिये बड़सर अस्पताल में सुविधा न के बराबर है! इस विषय में ज़ब हमने बड़सर पंचायत के उप प्रधान राकेश शर्मा से बात की तो उन्होंने कहा कि इस विषय को मैं निजी तौर पर पहले भी दो बार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष उठा चुका हूं, लेकिन अभी तक केवल आश्वाशन ही प्राप्त हुआ है, हमें आशा है कि सरकार हमारी इस मांग पर जरूर गौर करेगी!सीमा भारद्वाज जो की बड़सर से bdc सदस्य हैँ,उन्होंने कहा कि एक महिला होने के नाते मैं सरकार से ये मांग करती हूं कि बड़सर अस्पताल में जल्द से जल्द महिला रोग विशेषज्ञ की पोस्ट को भरा जाए, ताकि हमारे क्षेत्र की महिलाओं को किसी भी तरह कि परेशानी का सामना न करना पड़े!बणी पंचायत प्रधान शैलज़ा बन्याल ने कहा कि महिलाओं के लिये बड़सर सिविल अस्पताल में एक महिला रोग विशेषज्ञ की सख्त जरूरत है, और सरकार हमारी इस मांग पर गौर करे ताकि लोगों को उनके घर द्वार पर अच्छी स्वास्थ्य सुविधायें प्राप्त हों! इस विषय में हमने BMO बड़सर बृजेश कुमार से बात की तो उमहोने कहा कि सरकार कि तरफ से यहां महिला रोग विशेषज्ञ की कोई पोस्ट क्रिएट नहीं की गयी है, हमने इस विषय में विभाग को लिखकर भेजा है, उम्मीद है जल्द ही कोई फैसला इस विषय में लिया जाये!