बड़सर उपमंडल का जौड़े अम्ब सीनियर सेकेंडरी स्कूल आजकल स्थानीय लोगों की चर्चा का विषय बना हुआ है! आपको बता दें की जौड़े अम्ब स्कूल बेहतर पढाई के लिये तो जाना ही जाता है, लेकिन पिछले कुछ समय में स्कूल ने कुछ ऐसे मुकाम पाए हैँ, और इतने रचनात्मक तरीके से स्कूल को निखारा है और संवारा है की अपने आप में ही एक बेहतरीन उदाहरण है!
स्कूल प्रबंधन ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर फंड जुटाकर स्कूल में काफ़ी सारे बदलाव किये हैँ, जो देखते ही बनते हैँ, जौड़े अम्ब के रहने वाले ही एक nri ने यहाँ पर 55 लाख रुपये खर्च कर एक कंप्यूटर लैब और लाइब्रेरी बनवाई है, जिसमें करीब 32 कंप्यूटर लगे हैँ, इसी के साथ इस कांप्यूटर लैब में एक प्रोजेक्टर स्क्रीन भी लगी है, एक तरह से ये लैब आधुनिक सुविधाओं से लैस है और वाई फाई से कनेक्टेड है! इसी के साथ स्कूल की लाइब्रेरी में भी आधुनिक कुर्सियां और टेबल के साथ साथ लाइब्रेरी में बच्चों की पढाई से जुडी और अन्य मिलाकर कुल 3000 किताबों का संग्रह है!
इसी के साथ स्कूल में जिम करने , बॉक्सिंग, टेबल टेनिस आदि खेलने के लिये भी स्कूल में उचित व्यवस्था की गयी है! हाल ही में स्कूल तब चर्चा में आया ज़ब स्कूल के प्रिंसिपल देविंदर सिंह और वाईस प्रिंसिपल नरदेव राणा ने स्कूल के बच्चोँ के नाम एक फिक्स डिपाजिट शुरू किया, फिक्स्ड डिपाजिट के बारे में बताते हुए नरदेव राणा ने बताया की हमारे स्कूल में काफ़ी ऐसे छात्र हैँ, जो काफी गरीब परिवारों से आते हैँ, और कई बार उन्हें स्कूल फीस देने में काफ़ी परेशानी का सामना करना पढ़ता है, इसको देखते हुए हमने स्कूल में ऐसे अति पिछड़े बच्चोँ के लिये ये डिपाजिट करवाया है, और शुरुआती तौर पर हमने इसमें 60000 रूपये डिपाजिट करवाए हैँ, इस साल तक इस राशि को 2 लाख से अधिक तक ले जाने का हमारा लक्ष्य है, आने वाले समय में इस फंड से स्कूल में पड़ने वाले गरीब बच्चोँ की फीस और किताबों का खर्चा उठाया जायेगा! इस साल भी 10 बच्चों की लिस्ट बनाई गयी है, जिनकी खर्चा हम इस फंड से उठाएंगे!
स्कूल में हो रहे इन बदलावों को लेकर ज़ब हमने स्कूल प्रिंसिपल देविंदर सिंह से बात की तो उन्होंने बताया की करीब 5 साल पहले ज़ब वो इस स्कूल में आये तो स्कूल को बेहतर करने का ख्याल उनके दिल में आया, और 2016 में उन्होंने एक स्कूल एक क्लासरूम के कांसेप्ट पर स्कूल के एक कमरे को चयनित किया, और उसमें टाइल फ्लोरिंग करवाई गयी, इसी के साथ दीवारों को बेहतरीन पेंटिंग से रंग दिया, ताकि कमरा देखने में जीवंत लगे, इसी क्रम में कुछ और कमरे हमने चयनित किये और करीब 7000 स्क्वायर फ़ीट टाइल फ्लोरिंग करवा डाली, जिसमें सरकारी पैसे के साथ साथ उनका खुद का सहयोग और स्थानीय लोगों के सहयोग से वहां बेहतरीन टाइल्स के साथ साथ वाल पेंटिंगस भी की गयी! इसी के साथ अधिक जानकारी देते हुए देविंदर सिंह बताते हैँ की इस बार उनके स्कूल में छात्रों की संख्या में कुल 7 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, पिछले साल हमारे स्कूल में 328 छात्र थे, और इस साल ये बढ़कर 340 हो चुके हैँ!उन्होंने बताया की हमारा पूरा ध्यान स्कूल में अत्याधुनिक तरीके से पढाई करवाने और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ साथ स्कूल की ईमारत को हर तरह से जीवंत करने के ध्येय को लेकर हम काम कर रहे हैँ, और इसमें सभी लोगों का सहयोग स्कूल को मिल रहा है!
बतातें चलें की जहां हिमाचल में कई स्कूलों में भ्र्ष्टाचार की खबरें सामने आती रहती हैँ, कई स्कूल बंद होने की कगार पर हैँ! लेकिन जौड़े अम्ब स्कूल ने बेहतरीन कार्य करते हुए स्कूल की दिशा और दशा दोनों जरूर बदल दिए हैँ!