*संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति के बैनर तले 100 से ज्यादा संगठनों के साथ 12 जून, शिमला में होगा रोजगार संसद**देश की बात फाउंडेशन संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति के बैनर तले हर राज्यों में कर रहा है रोजगार संसद* देश की बात फाउंडेशन सकारात्मक राष्ट्रवाद के आधार पर सामाजिक, आर्थिक , राजनीतिक पुनर्जागरण के लिए काम करता है । देश की बात फाउंडेशन का भगत सिंह राष्ट्रीय ज्ञान केंद्र ग्रेटर नोएडा में है, जहां देश भर से आये साथियों को निःशुल्क राष्ट्रीय प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे पूरे देश में सकारात्मक राष्ट्रवाद आधारित नेतृत्व तैयार किया जा सके ।देश की बात फाउंडेशन के स्टेट कोर्डिनेटर सुशील कुमार पटियाल ने कहा- देश की बात फाउंडेशन , देश के IIT, IIM, DU, JNU के तमाम रिसर्च स्कॉलर , छात्र, युवा, ट्रेड यूनियन, किसान ,दलित, आदिवासी ,अल्पसंख्यक , महिला, LGBTIQ, शिक्षक, NGO , पत्रकार संगठनों ने मिलकर एक राष्ट्रीय रोजगार नीति का ड्राफ्ट बनाया है
जिसमें युवाओं के सभी सरकारी एग्जाम तय सीमा में हो, युवा के पास डिग्री है या नहीं, उसके लिए स्वरोजगार और प्राइवेट जॉब का खाका हो, किसानों के लिए सभी फसलों पर MSP के कानून की गारंटी हो, मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी का कानून, महिलाओं को आर्थिक भागिदारी से जोड़ना, कमर्चारियों के लिए समान काम के लिए समान वेतन लागू हो, ठेका प्रथा खत्म हो अर्थात सबके लिए काम , सबके काम का उचित सम्मान । देश की बात फाउंडेशन के जतिन मुसाफिर ने कहा – इस देश में 1 व्यक्ति के पास 1 लाख करोड़ चले जाएं, दूसरी तरफ वही 1 लाख करोड़ इस देश के 10 करोड़ व्यक्ति तक पहुंचे, इससे उनके जेब मजबूत होंगे । बाजार में वो खरीदारी करेगें, वो चीजें कहीं बनेगी । बनेगी तो वहां पर रोजगार , इससे उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी । बनेगी, बिकेगी तो सरकार को टैक्स कलेक्शन ज्यादा होगा । इसलिए इस देश को हम मजबूत करना चाहते हैं तो इस देश के युवाओं, छात्रों, किसानों, मजदूरों , महिलाओं, कर्मचारियों इत्यादि के हाथ मजबूत अर्थात सम्मानजनक रोजगार के जरिये उनके जेब मजबूत करने होंगे ।फाउंडेशन के सदस्य राजीव नेगी ने बताया कि इसके लिए 19 दिसंबर को दिल्ली में 30 संगठनों के साथ रोजगार संसद किया गया । 20 दिसंबर को देश के 500 जिलों में PM को ज्ञापन दिया गया । 23- 25 मार्च दिल्ली में भगत सिंह जी, सुखदेव जी और राजगुरु जी के शहादत दिवस के अवसर पर 250 से ज्यादा संगठनों के साथ राष्ट्रीय रोजगार सम्मेलन किया गया। देश की बात फाउंडेशन की सेंट्रल कोर्डिनेटर कामिनी तिवारी ने कहा- अब देश के सभी राज्यों में संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति के बैनर तले रोजगार संसद हो रहा है । देश की बात फाउंडेशन के सर्किल कोर्डिनेटर डॉ. मनोज कुमार गुप्ता ने कहा- दिल्ली में 16 अगस्त से राष्ट्रीय रोजगार नीति आधारित कानून बनवाने के लिए राष्ट्रीय रोजगार आंदोलन की शुरुआत होगी, जिसमें 2000 से ज्यादा संगठनों की भागीदारी होगी ।देश की बात फाउंडेशन की डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर प्रदीप सिंह पटियाल ने बताया कि 12 जून को शिमला, कालीबाड़ी, में संयुक्त रोजगार आन्दोलन समिति के बैनर तले रोजगार संसद होगा। जिसमें 100 से ज्यादा संगठन भागीदारी करेंगे।देश की बात फाउंडेशन के सुशील पंवर ने कहा कि रोजगार संसद में हिमाचल प्रदेश के प्रमुख छात्र संगठन, युवा संगठन, किसान संगठन, ट्रेड यूनियन, दलित, आदिवासी, युवा संगठन, महिला संगठन, शिक्षक, NGO, पत्रकार संगठनों की भागीदारी होगी |