आरएलए एवं एसडीएम धर्मपुर सुनील वर्मा ने कहा कि एचपी 86 0006 के लिए वीआईपी नंबर देने के लिए अधिशासी अभियंता भराड़ी धर्मपुर की ओर से 1 लाख रुपये जारी किए गए हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री के बेटे रजत ठाकुर ने इन आरोपों से इनकार किया है.धर्मपुर (मंडी). हिमाचल प्रदेश पर 54 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा कर्ज है. वहीं, सरकार बेफिजूल खर्चों पर लगाम ना लगाकर अफसरों के नाम पर महंगी गाड़ियां खरीद रही है. बड़ी बात है कि अफसर इस गाड़ी का इस्तेमाल नहीं कर रहे ,और आरोप है कि मंत्री के बेटे द्वारा इस गाड़ी का इस्तेमाल किया जा रहा है. मामला हिमाचल के मंडी जिले के धर्मपुर इलाके का है. यहां से कैबिनेट जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर विधायक हैं , मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, धर्मपुर में 27 लाख रुपये की एक गाड़ी अधिशाषी अभियंता (आईपीएच) के नाम पर खरीदी गई है. आरोप है कि
गाड़ी का उपयोग मंत्री का बेटा कर रहा है, यह टोयोटा इनोवा क्रिस्टा टॉप मॉडल की गाड़ी इसी साल मार्च में पंजीकृत हुई है और इसके लिए एक लाख रुपये देकर वीआईपी नम्बर भी लिया गया है. उक्त है कि हिमाचल प्रदेश में एक्सईएन लेवल के अधिकारियों के लिए इतनी महंगी गाड़ियों का इस्तेमाल नहीं होता है. लेकिन इस मामले से सरकार की चौतरफा किरकिरी हो रही है कि सरकार के खर्च पर 27 लाख रुपये की गाड़ी क्यों ली गई. आम तौर पर एक्सईएन लेकर के अधिकारी सात लाख की बोलेरो गाड़ियों में सफर करते हैं ,रिपोर्ट के अनुसार, आरटीआई के माध्यम से पता चला है कि केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना से 27 लाख की एक टोयोटा गाड़ी और दो बोलेरो गाड़ियां खरीदने के लिए 40 लाख रुपये से भी अधिक खर्च किया गया है. आरटीआई एक्टिविस्ट और कांग्रेस नेता भूपेंद्र ठाकुर ने मुख्यमंत्री से मांग की है जब से उक्त लग्जरी गाड़ी खरीदी गई है, तब से लेकर आज तक धर्मपुर, संधोल, सरकाघाट, मनाली और करसोग से लेकर कई स्थानों पर सीसीटीवी फुटेज चेक की जाए, हर फुटेज में मंत्री का बेटा ही इस गाड़ी में घूम रहा है!