सूरजपुर, हिमाचल प्रदेश
दोस्तों, हिमाचल प्रदेश से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जो सुनकर हर किसी का दिल दहल जाएगा। माजरा पुलिस थाना क्षेत्र के तहत सूरजपुर की बंगाला बस्ती में एक सास-बहू के झगड़े ने इतना भयानक रूप ले लिया कि सास की जान चली गई। मामला एक लोहे की चारपाई और एक परात को लेकर शुरू हुआ, लेकिन इसका अंत एक महिला की मौत और दूसरी की गिरफ्तारी से हुआ। आइए, आपको इस घटना की पूरी कहानी बताते हैं, जो हर किसी के लिए सोचने का विषय है।
क्या हुआ था उस रात?
शुक्रवार की देर शाम, बंगाला बस्ती निवासी 63 साल की बानो देवी अपनी झोपड़ी के बाहर लोहे की चारपाई पर बैठी थीं। तभी उनकी बड़ी बहू, 40 साल की बोकड़ी देवी, उनके पास आई और उनसे पूछा कि उनकी परात (धातु का बर्तन) कहां है। बानो देवी ने जवाब दिया कि परात उनकी छोटी बहू की है, जिस पर बोकड़ी भड़क गई। उसने कहा कि जिस चारपाई पर सास बैठी हैं, वो भी उसकी है। बस, यहीं से बातचीत बहस में बदल गई और फिर मारपीट का रूप ले लिया।
आवेश में आकर बोकड़ी ने सास पर हमला बोल दिया। उसने बानो देवी का सिर लोहे की चारपाई के किनारे पर जोर से मारा। इसके बाद उसने सास की गर्दन और पीठ पर मुक्के बरसाए। बानो देवी चीखते-चिल्लाते जमीन पर गिर पड़ीं। उनकी दूसरी बहुओं ने उन्हें उठाकर फिर चारपाई पर लिटाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। घायल हालत में बानो देवी ने दम तोड़ दिया।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
इस घटना की सूचना मिलते ही माजरा पुलिस थाने की टीम मौके पर पहुंची। बानो देवी के पोते-पोतियों, गुलनाज और सादिका ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। गवाह के तौर पर बंगाला बस्ती की रहने वाली मनीषा ने भी बयान दिया, जिसमें उसने पूरी घटना का जिक्र किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आरोपी बोकड़ी देवी को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BHNS) की धारा 102(1) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अदालत का फैसला और जांच
अदालत ने बोकड़ी देवी को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। डीएसपी पांवटा साहिब, मानवेंद्र ठाकुर, ने इस घटना की पुष्टि की है। पोस्टमार्टम के बाद बानो देवी का शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। अभी माजरा थाना पुलिस आरोपी महिला से पूछताछ में जुटी है। पुलिस को शक है कि इस घटना के पीछे और भी कुछ राज हो सकता है, जिसकी जांच चल रही है।
समाज के लिए सबक
ये घटना हिमाचल प्रदेश जैसे शांतिप्रिय राज्य में एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। सास-बहू के रिश्ते को लेकर अक्सर कहानियां सुनने को मिलती हैं, लेकिन इस तरह का क्रूर कदम चौंकाने वाला है। क्या पारिवारिक विवाद इतने हिंसक हो सकते हैं? ये सोचने की बात है कि छोटी-छोटी बातों को सुलझाने के बजाय हिंसा का रास्ता क्यों अपनाया जाता है?
परिजनों का दर्द
बानो देवी के परिवार में मातम पसरा हुआ है। उनके पोते-पोतियां और बाकी रिश्तेदार इस घटना से सकते में हैं। गुलनाज और सादिका ने बताया कि उनकी दादी एक मेहनती और प्यार करने वाली महिला थीं, जिन्होंने परिवार को संभाले रखा। अब उनकी मौत ने परिवार को तोड़ा है, और वे इंसाफ की मांग कर रहे हैं।
"सूरजपुर, हिमाचल प्रदेशदोस्तों, हिमाचल प्रदेश से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जो सुनकर हर किसी का दिल दहल जाएगा। माजरा पुलिस थाना क्षेत्र के तहत सूरजपुर की बंगाला बस्ती में एक सास-बहू के झगड़े ने इतना भयानक रूप ले लिया कि सास की जान चली गई। मामला एक लोहे की चारपाई और एक परात को लेकर शुरू हुआ, लेकिन इसका अंत एक महिला की मौत और दूसरी की गिरफ्तारी से हुआ। आइए, आपको इस घटना की पूरी कहानी बताते हैं, जो हर किसी के लिए सोचने का विषय है।
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आगे क्या?
पुलिस की जांच जारी है, और उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले का सच सामने आएगा। बोकड़ी देवी से पूछताछ के बाद ही साफ होगा कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया। बोल चाल न्यूज इस घटना पर नजर बनाए हुए है और आपको हर अपडेट पहुंचाएगा।
दोस्तों, आपकी क्या राय है इस घटना पर? क्या परिवारों में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समाज को आगे आना चाहिए? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं। साथ ही, इस खबर को शेयर करके औरों तक पहुंचाएं ताकि लोग जागरूक हों।