गाजियाबाद, Uttar Pradesh news
दोस्तों, Uttar Pradesh के Ghaziabad Railway Station से एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है, जो सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है। Indian Railway Station की खूबसूरती बढ़ाने के लिए बनी artwork vandalism को लेकर हंगामा मच गया। 18 अप्रैल 2025 को Hindu Raksha Dal के करीब 20 कार्यकर्ता स्टेशन पहुंचे और एक painting controversy को Aurangzeb historical figure की तस्वीर समझकर उस पर कालिख पोत दी। लेकिन बाद में पता चला कि ये तस्वीर किसी और की थी, जिससे मामला और उलझ गया। आइए, आपको इस पूरी घटना की सच्चाई बताते हैं!
क्या हुआ था उस दिन?
Ghaziabad Railway Station पर प्लेटफॉर्म की शोभा बढ़ाने के लिए कई खूबसूरत artwork vandalism चित्र बनाए गए थे। 18 अप्रैल को Hindu Raksha Dal के कार्यकर्ता स्टेशन पर पहुंचे और पहले जमकर नारेबाजी की। इसके बाद उन्होंने एक painting controversy को Aurangzeb historical figure की तस्वीर समझकर उस पर कालिख पोत दी। इतना ही नहीं, उन्होंने पेंटिंग पर ‘हिंदू रक्षा दल’ लिखकर अपनी मौजूदगी का सबूत भी छोड़ दिया। वीडियो में कार्यकर्ताओं को भगवा झंडे लहराते और हाथों में ब्लैक स्प्रे लेकर देखा जा सकता है।
कार्यकर्ताओं का कहना था कि वे Aurangzeb historical figure की तस्वीर से नाराज थे। एक कार्यकर्ता ने कहा, “Indian Railway Station सरकारी संपत्ति है। हम चाहते हैं कि भारत की पावन धरती से Aurangzeb historical figure का नामो-निशान मिटाया जाए। मुस्लिम आक्रांताओं की तस्वीरों का क्या मतलब? इन्होंने हिंदुस्तान को लूटा। यह नहीं चलने दिया जाएगा। अफसरों को इसका संज्ञान लेना चाहिए।”
DRM ने खोली पोल
लेकिन इस घटना के बाद डीआरएम (डिवीजनल रेलवे मैनेजर) Puspesh Raman Tripathi ने सच्चाई सामने रखी। उन्होंने बताया कि जिस तस्वीर पर कालिख पोती गई, वो Aurangzeb historical figure की नहीं, बल्कि आखिरी मुगल बादशाह Bahadur Shah Zafar की थी। डीआरएम ने कहा, “हम इस मामले पर पूरी जानकारी जुटा रहे हैं। लेकिन वो तस्वीर Aurangzeb historical figure की नहीं थी। Bahadur Shah Zafar ने 1857 की स्वतंत्रता संग्राम में अच्छी भूमिका निभाई थी। public property damage को नुकसान पहुंचाना गलत है। हमें इसकी जानकारी मिली है, और हम कार्रवाई करेंगे।”
क्या कहते हैं लोग?
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोग अपनी-अपनी राय दे रहे हैं। कुछ लोग Hindu Raksha Dal के कदम को गलत बता रहे हैं, तो कुछ इसे भावनात्मक प्रतिक्रिया कह रहे हैं। कई यूजर्स ने सवाल उठाया कि बिना जांच-पड़ताल के public property damage को नुकसान पहुंचाना कितना जायज है? वहीं, कुछ का मानना है कि ऐतिहासिक painting controversy को समझने की जरूरत है।
आगे क्या?
Indian Railway Station प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और कार्रवाई की बात कही है। वीडियो वायरल होने के बाद इस घटना की जांच शुरू हो गई है। Bol Chaal News इस पर नजर बनाए हुए है और आपको हर अपडेट देगा।
"गाजियाबाद, Uttar Pradesh newsदोस्तों, Uttar Pradesh के Ghaziabad Railway Station से एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है, जो सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है। Indian Railway Station की खूबसूरती बढ़ाने के लिए बनी artwork vandalism को लेकर हंगामा मच गया। 18 अप्रैल 2025 को Hindu Raksha Dal के करीब 20 कार्यकर्ता स्टेशन पहुंचे और एक painting controversy को Aurangzeb historical figure की तस्वीर समझकर उस पर कालिख पोत दी। लेकिन बाद में पता चला कि ये तस्वीर किसी और की थी, जिससे मामला और उलझ गया। आइए, आपको इस पूरी घटना की सच्चाई बताते हैं!
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दोस्तों, आपकी क्या राय है इस घटना पर? क्या आपको लगता कि ऐसी हरकतें Uttar Pradesh news में जायज हैं या फिर ये artwork vandalism ऐतिहासिक गलतफहमी का नतीजा है? अपनी राय कमेंट में शेयर करें और इस खबर को आगे बढ़ाएं ताकि सच तक पहुंचे!