प्रस्ताव में विधानसभा परिसर के समीप खाली सरकारी भूमि पर कैफे आदि खोलने की भी योजना है। पर्यटकों से प्रति व्यक्ति कितना प्रवेश शुल्क वसूला जाना है, इस पर भी सरकार से राय मांगी गई है।
धर्मशाला के तपोवन में करीब छह करोड़ रुपये की लागत से बना विधानसभा भवन सालभर पर्यटकों के लिए खुला रहेगा। टिकट लेकर लोग भवन और परिसर को देख सकेंगे। परिसर के समीप ही चाय-कॉफी की सुविधा भी मिलेगी। जिला प्रशासन ने रिपोर्ट बनाकर मामला सरकार के पास मंजूरी के लिए भेज दिया है। मंजूरी मिलने के बाद भवन को पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। दरअसल, विस भवन तपोवन में साल में एक बार शीतकालीन सत्र होता है। सत्र के दौरान ही भवन के दरवाजे खुलते हैं। दरवाजे और खिड़कियां बंद रहने से कमरों में हवा नहीं जाती। फर्नीचर, दरवाजे और खिड़कियाें को दीमक लग रहा है। सचिवालय समय-समय पर स्प्रे आदि करवाता रहता है लेकिन इससे समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकल पा रहा। अमर उजाला ने इस मुद्दे को प्रमुखता से प्रकाशित किया।
खबर छपने के बाद विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को इस बारे में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए थे। अब जिला प्रशासन ने विधानसभा भवन में पर्यटकों के प्रवेश को लेकर प्रस्ताव तैयार कर इसे मंजूरी के लिए प्रदेश सरकार को भेज दिया है। प्रस्ताव में विधानसभा परिसर के समीप खाली सरकारी भूमि पर कैफे आदि खोलने की भी योजना है। पर्यटकों से प्रति व्यक्ति कितना प्रवेश शुल्क वसूला जाना है, इस पर भी सरकार से राय मांगी गई है। अगर विधानसभा भवन में पर्यटकों की एंट्री शुरू होती है तो इससे सरकार को राजस्व के रूप में फायदा होगा। उधर, उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने कहा कि विधानसभा भवन में पर्यटकों की एंट्री को लेकर प्रस्ताव तैयार कर प्रदेश सरकार को भेज दिया है। प्रस्ताव में कैफे का भी जिक्र है। मंजूरी मिलने के बाद कोई भी व्यक्ति नाममात्र शुल्क अदा कर विधानसभा भवन को निहार सकता है।


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