बड़सर उपमंडल के लोअर कणड़ गांव में पिछले एक माह से पानी की सप्लाई पूरी तरह से बाधित है। गांव के लगभग 70 घरों की करीब 300 की आबादी पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रही है। ग्रामीणों का कहना है कि कभी-कभी पानी आता भी है तो इतनी कम मात्रा में कि एक बाल्टी भी नहीं भर पाती।

ग्रामीणों का दर्द:
स्थानीय निवासी विमला, करण, प्रकाश चंद, बलवीर, संजीव कुमार और अन्य लोगों का कहना है कि पिछले 50 वर्षों से प्राकृतिक जल स्रोत पर निर्भरता है, लेकिन जनसंख्या बढ़ने और कुएं-बावड़ियों के इस्तेमाल में कमी आने से स्थिति बिगड़ गई है। अगर समय रहते समाधान नहीं हुआ, तो भविष्य में यह जल स्रोत पूरी तरह सूख सकता है।
ग्रामीणों की मांग:

1. गांव को किसी मुख्य पानी स्कीम से जोड़ा जाए।
2. गांव में बड़ा बोरिंग करवा कर सभी घरों तक पानी की सप्लाई की जाए।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता देवराज चौहान ने बताया कि मामला संज्ञान में है और पानी की अस्थायी व्यवस्था के लिए निर्देश दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो धरना-प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।