बैजनाथ (कांगड़ा)। पैराग्लाइडर पायलटों में उड़ानों को लेकर आपसी सहमति न बनने के कारण वीरवार को एक भी उड़ान नहीं भरी जा सकी। बाद में एसडीएम देवी चंद ठाकुर के कार्यालय में हुई पायलटों की बैठक में सहमति बनने पर शुक्रवार से पहले की भांति उड़ानें शुरू करने का फैसला हुआ।
गौरतलब है कि बुधवार को पायलटों ने लैंडिंग साइट पर बैठक कर वीरवार से एक सप्ताह के लिए उड़ानें बंद करने का निर्णय लिया था। इस निर्णय के पीछे पायलटों का तर्क था कि कुछ पैराग्लाइडर पायलट पर्यटकों की सुरक्षा से खिलवाड़ कर उड़ानों को अंजाम दे रहे हैं और चौगान से बिलिंग तक पर्यटकों को ले जाने के लिए वाहन तेजी से दौड़ाए जा रहे हैं। इससे दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है और बीड़ बिलिंग साइट की बदनामी हो रही है।
इसके लिए पायलटों ने यूनियन के बैनर तले उड़ानें भरने की बात कही थी। दूसरी तरफ नियमों के तहत कोई भी पायलट बिना बांड और इंश्योरेंस के उड़ान नहीं भर सकता है और ऐसे में पायलटों को पैराग्लाइडिंग की एसोसिएशन के तहत ही उड़ान भरने की अनुमति होती है। वर्तमान में बीड़ में आठ के करीब एसोसिएशन काम कर रही हैं और 300 से अधिक पायलट इन एसोसिएशन के बांड के तहत ही उड़ानों को अंजाम देते हैं।
एसडीएम देवी चंद ठाकुर ने बताया कि सर्दियों में पायलट दिन में दो और गर्मियों में चार उड़ानें ही भर सकेंगे और एसोसिएशन के प्रतिनिधियों की कमेटी का गठन किया जाएगा । यह कमेटी सुरक्षा प्रबंधों पर नजर रखेगी।
अलग यूनियन के पक्ष में थे कुछ पायलट
कुछ पायलट सुरक्षा की आड़ में अपनी यूनियन बनाकर एसोसिएशन से किनारा करने के पक्ष में थे, लेकिन पायलटों के एकजुट न होने और एयरो स्पोर्ट्स और पर्यटन विभाग के नियमों के कारण अपने निर्णय को अमलीजामा नहीं पहना सके।
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