कुल्लू में भीषण आग: तांदी गांव के 20 घर जलकर राख, 30 परिवार बेघर, 5 करोड़ का नुकसान
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में स्थित बंजार घाटी के तांदी गांव में भीषण अग्निकांड ने तबाही मचा दी। इस हादसे में गांव के करीब 20 काष्ठकुणी शैली के मकान पूरी तरह से जलकर राख हो गए, जिनमें एक देवता का भंडार भी शामिल था। आग की चपेट में आकर लगभग 30 परिवार बेघर हो गए हैं, जिससे करीब 100 लोग प्रभावित हुए।
भीषण आग का भयानक मंजर
- घटना में करीब 5 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
- आग इतनी तेजी से फैली कि लोगों को अपने घरों से कुछ भी बचाने का समय नहीं मिला।
- प्रभावित परिवारों ने मवेशियों को बचाने का प्रयास किया, लेकिन लकड़ी के बने मकानों ने पल भर में राख का ढेर बनकर गांव में चीख-पुकार मचा दी।
आग बुझाने में कठिनाई
- घटना की सूचना के बाद बंजार फायर ब्रिगेड दोपहर 3:01 बजे मौके पर पहुंची।
- पानी की उचित व्यवस्था न होने के कारण आग पर काबू पाना बेहद मुश्किल हो गया।
- कुल्लू और लारजी से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर भेजी गईं, लेकिन तब तक गांव के कई घर जलकर राख हो चुके थे।
प्रभावित लोगों की मदद की पहल
- घटना के बाद प्रशासनिक अमला और स्थानीय विधायक सुरेंद्र शौरी मौके पर पहुंचे।
- विधायक ने पीड़ितों के लिए हरसंभव सहायता की मांग की और सरकार से प्रभावित लोगों को त्वरित राहत देने का आग्रह किया।
घटनास्थल का भौगोलिक प्रभाव
तांदी गांव की काष्ठकुणी शैली के मकान और शीतलहर ने आग की तीव्रता को और बढ़ा दिया। कई लोग अपने घरों से कुछ भी नहीं निकाल सके, और धू-धू कर जलते घरों को देखकर गांव के बुजुर्ग और बच्चों की आंखें आंसुओं से भर गईं।