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हिमाचल में भारी बर्फबारी: एचआरटीसी के 70 रूट प्रभावित, सड़कों पर फिसलन से मुश्किलें, 8 बसें फंसी

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हिमाचल प्रदेश में हुई बर्फबारी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बर्फबारी से एचआरटीसी के करीब 70 रूट प्रभावित हुए हैं। पढ़ें पूरी खबर…

राजधानी शिमला समेत जिले में सीजन की दूसरी बर्फबारी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सोमवार दोपहर बर्फबारी से अपर शिमला की 112 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। इस वजह से एचआरटीसी के करीब 70 रूट प्रभावित हुए हैं। अपर शिमला से राजधानी आ रही करीब आठ बसें जगह-जगह फंसी हुई हैं। रामपुर और किन्नौर के लिए बाया बसंतपुर होकर कुछ बसें भेजी गई हैं।

सड़कों पर बर्फबारी के चलते दिनभर हजारों लोग जगह-जगह फंसे रहे। खासकर कुफरी, फागू, नारकंडा, खिड़की और खड़ापत्थर में बर्फबारी होने से रामपुर, रोहड़ू और चौपाल क्षेत्र के लिए वाहनों की आवाजाही ठप है। शिमला ग्रामीण क्षेत्र में आठ, ठियोग उपमंडल में एक, चौपाल में एक, कुमारसैन में 6 और डोडरा क्वार उपमंडल में 5 सड़कें, कोटखाई में 48, जुब्बल 7, रोहड़ू में 27, कुपवी में दो और रामपुर में 7 सड़कें अवरुद्ध हैं।

प्रशासन और लोक निर्माण विभाग ने मार्गों को बहाल करने का कार्य शुरू कर दिया है लेकिन इसके बावजूद सड़कों पर फिसलन होने से वाहनों की आवाजाही में दिक्कतें आ रही हैं। एचआरटीसी के मुताबिक तारादेवी डिपो के 55 रूट सोमवार को प्रभावित रहे। इसमें ठियोग और कोटखाई सेक्टर का क्षेत्र भी शामिल है। इसके अलावा शिमला लोकल के 15 रूट बर्फबारी के कारण प्रभावित हुए हैं।

चौपाल-शिमला और नेरवा मार्ग बंद
बर्फबारी होने से उपमंडल चौपाल को जोड़ने वाली चौपाल-शिमला और नेरवा मुख्य सड़कें बंद हो गई हैं। वाहनों की आवाजाही नहीं हो रही है। इस मार्ग पर चौपाल से देहा के बीच बर्फ जमा होने से फिसलन हो गई है। इस कारण मधाना-सोलन बस फंस गई। चौपाल-नेरवा मार्ग पर छामधार के पास फिसलन के कारण कई वाहन फंस गए हैं। दोपहर बाद चौपाल से शिमला के लिए कोई भी निजी और एचआरटीसी की बस नहीं भेजी गई। लोक निर्माण विभाग की मशीनरी और मजदूर सड़क से बर्फ हटाने और रेत बिछाने के कार्य में जुट गए हैं। एसडीएम चौपाल ने कहा कि बर्फ हटाने और रेत बिछाने का कार्य चल रहा है। लोक निर्माण विभाग पूरी तरह मुस्तैद है। लोगों से अपील की है कि बर्फबारी के दौरान यात्रा से परहेज करें और बहुत ही जरूरी होने की स्थिति में फिसलन भरी सड़कों पर वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं।

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मुख्यालय से कटा डोडरा क्वार
चांशल घाटी पर हिमपात के बाद डोडरा क्वार सड़क वाहनों के लिए बंद हो गई है। इसके बाद डोडरा क्वार का पूरा क्षेत्र मुख्यालय से कट चुका है। देर शाम को रोहड़ू-रामपुर मार्ग सुंगरी व नारकंडा के बीच हिमपात होने वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया है। फिसलन के कारण वाहन फंसने शुरू हो गए हैं। रोहड़ू-शिमला मुख्य मार्ग पर यातायात नियमित चल रहा है। लोक निर्माण विभाग डोडरा क्वार डिवीजन के एक्सईएन नरेंद्र नायक का कहना है कि चांशल घाटी पर हिमपात के बाद डोडरा क्वार सड़क पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। एसडीएम जुब्बल गुरमीत सिंह ने कहा शिमला मुख्य मार्ग पर अभी तक यातायात नियमित चल रहा है। खड़ापत्थर में हल्के हिमपात पर फिसलन से जाम लग रहे हैं।

ठियोग में जाम में फंसे वाहन, लोग हुए परेशान
ऊपरी क्षेत्र में सीजन की दूसरी बर्फबारी हुई। कुफरी और फागू के बीच में हल्की बर्फबारी के बाद ही वाहनों के पहिए थम गए। फिसलन के कारण कई वाहन आपस में टकरा गए। इस कारण घंटों तक जाम लगा रहा। राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण ने जगह-जगह रेत के ढेर फेंक रखे हैं। इस कारण भी आवाजाही में समस्या का सामना करना पड़ा। जानकारी के अनुसार, ऊपरी क्षेत्र में सोमवार दोपहर बाद शुरू हुई बर्फबारी में राष्ट्रीय राज मार्ग-पांच पर फागू और कुफरी के बीच परिवहन निगम की कई बसों सहित सैकड़ों छोटे वाहन जाम में फंस गए। जाम के कारण कई यात्रियों को अपने गंतव्य की ओर पैदल जाना पड़ा। जाम को खुलवाने के लिए एसडीएम मुकेश शर्मा और डीएसपी सिद्धार्थ शर्मा की टीम साढ़े तीन बजे के मौके पर पहुंची। फिसलन के कारण वाहनों के टायर स्किड होते रहे। इस कारण जाम को खोलने में अधिक परेशानी आई।

किन्नौर जिले में दस रूट बंद ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ी परेशानी
बर्फबारी से किन्नौर जिले में दस रूटों पर वाहनों के पहिए थम गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में परेशानी बढ़ गई है। बर्फबारी के कारण जिले के छितकुल, रकछम, बटसेरी, रोघी, आसरंग, नेसंग, कुनोचारंग, हांगो, चूलिंग और ठंगी रूटों पर निगम की बसों की आवाजाही रोक दी गई। बर्फबारी प्रभावित क्षेत्रों में बसों को नहीं भेजा जा रहा है। हालांकि, रिकांगपिओ से शिमला की ओर निगम की बसों की बराबर आवाजाही हो रही है। वहीं, रिकांगपिओ से पूह की ओर बसों को नाको तक भेजा जा रहा है। कार्यकारी उपायुक्त एवं जिला पर्यटन अधिकारी डॉ. शशांक गुप्ता ने यातायात बहाली के मशीनों की तैनाती की गई है। उन्होंने पर्यटकों से आह्वान किया है कि मौसम को देखते हुए सतर्कता बरतें।

सोमवार दोपहर बाद बर्फबारी के कारण प्रभावित क्षेत्रो में बसों को नहीं भेजा गया। रिकांगपिओ से शिमला और पूह की ओर बसों को नाको तक भेजा गया। सड़कें बहाल होते ही बस सेवाएं निर्धारित रूटों पर भेजी जाएंगी। –पियुष शर्मा, आरएम, परिवहन निगम रिकांगपिओ

जिला मुख्यालय कुल्लू का आनी से कटा संपर्क
उपमंडल आनी और निरमंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सोमवार को हिमपात हुआ। समूचा क्षेत्र शीतलहर की चपेट में आ गया है। वहीं, 10281 फीट पर स्थित जलोड़ी जोत में चार इंच हिमपात हुआ है। यहां मार्ग अवरुद्ध हो गया है। इस कारण आनी और निरमंड उपमंडल का जिला मुख्यालय कुल्लू से संपर्क कट गया है। नेशनल हाईवे-305 जलोड़ी जोत से आगे बंद हो गया है। इस कारण क्षेत्र के लोगों को खनाग-जलोड़ी जोत से आगे दस किलोमीटर तक का सफर पैदल तय करना पड़ रहा है या फिर कुल्लू आवाजाही के लिए वाहनों के जरिये वाया मंडी का अतिरिक्त सौ किलोमीटर का सफर करना पड़ता है|

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