कटौला (मंडी): महाशिवरात्रि पर्व के दौरान देव आदि ब्रह्मा का मंडी कूच, मिलेगा शहर को दिव्य सुरक्षा कवच
मंडी जिले के कटौला क्षेत्र से एक महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा की शुरुआत होने जा रही है। देव आदि ब्रह्मा, जो मंडी के रक्षक देवता माने जाते हैं, 25 फरवरी को अपने मूल स्थान भंडार टिहरी से महाशिवरात्रि पर्व के लिए कूच करेंगे। इस दौरान देव आदि ब्रह्मा रात्रि विश्राम के लिए रूंहज स्थित देव बूढ़ा बिंगल मंदिर में रुकेंगे और 26 फरवरी को मंडी पहुंचेंगे, जहां उनका मिलन मंडी के प्रसिद्ध राजदेवता माधोराय से होगा।
मंडी महाशिवरात्रि पर्व में देव आदि ब्रह्मा की उपस्थिति का विशेष महत्व है। उन्हें न केवल मंडी के रक्षक देवता के रूप में पूजा जाता है, बल्कि उनकी यात्रा से जुड़ी परंपराएं भी लोगों में गहरी आस्था और श्रद्धा का प्रतीक बनी हुई हैं। परंपरा के अनुसार, महाशिवरात्रि के अंतिम दिन देव आदि ब्रह्मा पूरे मंडी शहर की परिक्रमा करते हैं, जिससे शहर को एक दिव्य सुरक्षा कवच प्राप्त होता है।
किंवदंतियों के अनुसार, एक समय मंडी शहर एक भयंकर महामारी की चपेट में आ गया था। हर दिन एक व्यक्ति की मृत्यु हो रही थी, और राजा और प्रजा दोनों इस संकट से अत्यधिक चिंतित थे। इस विषम परिस्थिति में राजा ने सभी देवी-देवताओं के समक्ष यह समस्या प्रस्तुत की। तब देव आदि ब्रह्मा ने राजा को आश्वस्त किया कि वह इस महामारी को जड़ से समाप्त करेंगे और मंडी की सुरक्षा का जिम्मा उठाएंगे। तभी से यह परंपरा शुरू हुई कि हर साल महाशिवरात्रि के अंतिम दिन देव आदि ब्रह्मा मंडी शहर की परिक्रमा करते हैं और एक विशेष पूजा का आयोजन करते हैं।
इस दौरान देव आदि ब्रह्मा अभिमंत्रित जौ के आटे को हवा में फेंकते हैं, जिससे पूरा शहर एक वर्ष तक सुरक्षित रहता है। यह धार्मिक अनुष्ठान मंडी की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है, और स्थानीय लोग इसे बड़े श्रद्धा भाव से मनाते हैं।
देव आदि ब्रह्मा की यात्रा और उनका मंडी शहर के प्रति आशीर्वाद, न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह परंपराओं और इतिहास का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह यात्रा मंडीवासियों के लिए एक श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक बनी हुई है, जिससे शहर को हर साल सुरक्षा और शांति मिलती है।
मंडी महाशिवरात्रि पर्व के दौरान इस विशेष यात्रा को लेकर भक्तों में अपार उत्साह और आस्था देखने को मिलती है, और यह एक ऐसा धार्मिक आयोजन है जो पूरी तरह से समाज के हर वर्ग को जोड़ता है। देव आदि ब्रह्मा की यात्रा, मंडी शहर में हर साल एक नई ऊर्जा और समृद्धि का संचार करती है, और इस पर्व को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।