Mukesh Agnihotri: वृंदावन पहुंचे डिप्टी सीएम, प्रेमानंद जी महाराज के किए दर्शन; पत्नी की अंतिम इच्छा की पूरी

उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने वृंदावन में प्रेमानंद जी महाराज का दर्शन किए। मुकेश अग्निहोत्री पत्नी की इच्छा पूरी करने के लिए वृंदावन पहुंचे थे। पढ़ें पूरी खबर…

उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री अपनी धर्मपत्नी की इच्छा पूरी करने के लिए वृंदावन पहुंचे। मथुरा में श्री राधा रानी मंदिर बरसाना, भगवान श्री कृष्ण जन्मभूमि, गोवर्धन के दानघाटी और गोवर्धन गिरिराज मुखारविंद मंदिर के दर्शन किए। वहीं वृंदावन में उन्होंने प्रेमानंद जी महाराज का दर्शन भी किए। प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री का ईश्वर और परमार्थ में अटूट विश्वास था। वह निरंतर मंदिरों में जाती थी। अपनी पुण्य कमाई पूजा पाठ यज्ञ और गरीबों पर लगाती थीं। संतों से मिलने की भी उनकी जिज्ञासा रहती थी। इस साल के शुरू से ही वह अपनी टीम के साथ मथुरा-वृंदावन का कार्यक्रम तह कर रही थीं और महाराज प्रेमानंद जी से मिलना चाहती थीं, जो संभव ना हुआ।

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10 फरवरी, 2024 को उप मुख्यमंत्री की पत्नी सिम्मी अग्निहोत्री का अकाल निधन हो गया था। सिम्मी अग्निहोत्री की हृदय गति रुक गयी थी। पत्नी की अकाल मृत्यु से मुकेश अग्निहोत्री टूट गए। उन्होंने पत्नी की आखिरी इच्छा प्रेमानंद जी महाराज का दर्शन कर पूरी की। उपमुख्यमंत्री का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो को मुकेश अग्निहोत्री के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट से साझा किया गया है। प्रेमानंद जी महाराज ने मुकेश अग्निहोत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने पति को संस्कृत भाषा में भागवत का पाठ करवाने की सलाह दी। कहा गया कि संस्कृत का ज्ञाता पूर्ण निष्ठा के साथ भागवत पाठ को पूरा करेगा। भागवत पाठ सुनने के लिए मुकेश अग्निहोत्री से कहा गया। पिता की जगह पर बेटा या बेटी भी पाठ श्रवण के लिए बैठ सकते हैं। प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि संस्कृत में भागवत के पाठ से उन्नति होगी। उन्होंने भागवत पाठ की महिमा बताई। अब आने वाले दिनों में प्रेमानंद जी महाराज के मुताबिक मुकेश अग्निहोत्री संस्कृत में भागवत का मूल पाठ करेंगे।


सरल स्वभाव की धनी थीं सिम्मी अग्निहोत्री
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लोक प्रशासन विभाग में कार्यरत प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री सरल और सौम्य स्वभाव की धनी थीं। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रेम विवाह किया था। सिम्मी अग्निहोत्री हमेशा पति के संघर्षों में कंधे से कंधा मिलाकर चलीं। 2003 में मुकेश अग्निहोत्री ने पत्रकारिता छोड़ पहली बार चुनाव लड़ने का फैसला लिया। पति के फैसले का समर्थन पत्नी ने किया। मुकेश अग्निहोत्री अब तक चुनाव जीतते आ रहे हैं। सिम्मी अग्निहोत्री ने पति के राजनीतिक कार्यक्रमों में भी भरपूर साथ निभाया। पत्नी की असमय मौत से पैदा हुआ शून्य आज भी मुकेश अग्निहोत्री भर नहीं सके हैं।

उप मुख्यमंत्री दिल्ली में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल से मिलकर हिमाचल से जुड़े मसलों पर चर्चा की। जल जीवन मिशन के तहत हिमाचल प्रदेश की बकाया राशि और फिन्ना सिंह प्रोजेक्ट की मंज़ूर राशि जारी करने का आग्रह किया। इसके अतिरिक्त बीत सिंचाई योजना-2 की मंजूरी में हुए विलम्ब की जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने हिमाचल प्रदेश से जुड़ें तमाम मसलों को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का आश्वासन दिया।

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