रविवार को सीएम ने जारी बयान में कहा कि बुनियादी सुविधाओं, समुचित देखभाल और धन के अभाव के साये में पल रहे निराश्रित बच्चों के लिए सरकार बड़ा सहारा बनी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट को रात्रि ठहराव के दौरान उन कमरों में ठहराया जा रहा है, जिनमें मंत्री, विधायक और वरिष्ठ अधिकारी ठहरते हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट को रात्रि ठहराव के दौरान उन कमरों में ठहराया जा रहा है, जिनमें मंत्री, विधायक और वरिष्ठ अधिकारी ठहरते हैं। कहा कि कांगड़ा के लुथान में 93 करोड़ रुपये से बनने वाले मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम सुख आश्रय परिसर का शिलान्यास किया गया है, जहां 400 आश्रितों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।
रविवार को सीएम ने जारी बयान में कहा कि बुनियादी सुविधाओं, समुचित देखभाल और धन के अभाव के साये में पल रहे निराश्रित बच्चों के लिए सरकार बड़ा सहारा बनी है। सरकार ने इन बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट का दर्जा देकर अभिभावक के रूप में इन्हें अपनाया है। सीएम ने कहा कि हिमाचल पहला राज्य है, जिसने अनाथ बच्चों की देखभाल के लिए कानून के अंतर्गत यह योजना शुरू की है। इस योजना के तहत 101 करोड़ का मुख्यमंत्री सुख आश्रय कोष गठित किया गया है। सरकार ने इस योजना का विस्तार करते हुए परित्यक्त बच्चों को भी इस योजना में शामिल किया है।
14 जनवरी को गोवा से चंडीगढ़ पहुंचेंगे बच्चे
हाल ही में सीएम सुक्खू ने 22 चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट को 13 दिवसीय भ्रमण पर भेजा। इस दौरान वह चंडीगढ़, दिल्ली और गोवा का भ्रमण करेंगे। सरकार ने इसके लिए विशेष प्रबंध किए हैं, जिससे वह आनंदपूर्वक अपना समय बिता सकें और मधुर स्मृतियों के साथ लौटें। उनकी आरामदायक यात्रा के लिए हवाई यात्रा और शताब्दी ट्रेन की व्यवस्था की गई है। बच्चों के इस दल ने 2 से 4 जनवरी तक चंडीगढ़ शहर का भ्रमण किया, जहां उन्हें हिमाचल भवन में ठहराया गया। 5 को वह शताब्दी ट्रेन से दिल्ली पहुंचे और 8 जनवरी तक वहीं ठहरकर विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करेंगे। 9 को हवाई जहाज से गोवा रवाना होंगे और 13 तक गोवा में एक थ्री स्टार होटल में ठहरेंगे। वहां के विभिन्न पर्यटन और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर 14 जनवरी को गोवा से हवाई जहाज के माध्यम से चंडीगढ़ पहुंचेंगे।