फ्रांस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचली टोपी पहन वैश्विक मंच पर प्रदेश के प्रति स्नेह दिखाया। फ्रांस में हिमाचली टोपी पहन उन्होंने प्रदेश के उत्पादों को वैश्विक मंच प्रदान किया है और स्वदेशी अपनाओ के संदेश को बल मिला।
हिमाचली उत्पादों को नया बाजार मिलने की उम्मीदों को पंख लगेंगे। महाकुंभ में भी प्रधानमंत्री ने हिमाचली टोपी पहनकर इसे चर्चा में ला दिया था।
एक्स अकाउंट से साझा की तस्वीरें
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ्रांस दौरे के दौरान हुई बैठकों, परेड के निरीक्षण के अलावा वापसी में हवाई जहाज में बैठने तक हिमाचली टोपी पहने रहे। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट में भी तस्वीरें साझा की हैं। यहां भी चार बुलचश्म डिजाइन की टोपी प्रधानमंत्री ने पहली थी। इजरायल के दौरे के दौरान भी उन्होंने हिमाचली टोपी पहनी थी।
इंडोनेशिया के बाली में आयोजित 17वें जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को कांगड़ा पेंटिंग और स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज को करनाल (पारंपरिक वाद्ययंत्र) की जोड़ी भेंट की थी।
अमेरिका दौरे के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप को हिमाचली शहद और कांगड़ा चाय भेंट की थी। प्रधानमंत्री अपने विदेशी दौरों के दौरान चंबा रुमाल, किन्नौरी व कुल्लू शाल, रणसिंघा व मुखौटे लेकर गए थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रदेश के प्रति यह लगाव हिमाचली उत्पादों को नया बाजार उपलब्ध करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
हिमाचली होने के नाते हुई खुशी: विक्रमादित्य
पीएम मोदी के फ्रांस में हिमाचली टोपी पहनने पर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने तारीफ की है। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर लिखा कि राजनीतिक विचारधारा और विरोध अपनी जगह है, जो था और हमेशा रहेगा।जब देश के प्रधानमंत्री हिमाचली या कुल्लू टोपी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहनते हैं, तो एक हिमाचली होने के नाते खुशी होती हैं। प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान के लिए भी केंद्र योगदान देगा हिमाचल की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए पुख्ता कदम उठाएगा। उधर, धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा ने भी मोदी की प्रशंसा की है।