दौलतपुर चौक (ऊना): राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय दौलतपुर चौक में ईको क्लब द्वारा पर्यावरण जागरूकता पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताएं, छात्रों को किया गया प्रोत्साहित
राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय दौलतपुर चौक, ऊना में ईको क्लब के तत्वावधान में पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं का उद्देश्य विद्यार्थियों में पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाना और उन्हें इस दिशा में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करना था। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉक्टर युद्धवीर सिंह पटियाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक किया।
डॉक्टर युद्धवीर सिंह पटियाल ने अपने संबोधन में कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता बन गई है। उन्होंने विद्यार्थियों को विभिन्न पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और उन्हें बताया कि छोटे-छोटे प्रयास भी बड़े बदलाव का कारण बन सकते हैं।
ईको क्लब की समन्वयक डॉ. निधि शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत छात्रों में पर्यावरण जागरूकता को फैलाने के लिए कई प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थीं। इन प्रतियोगिताओं में पोस्टर मेकिंग, नारा लेखन, निबंध लेखन और क्विज़ प्रतियोगिताएं शामिल थीं। इन प्रतियोगिताओं का उद्देश्य विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझाना और उन्हें इस मुद्दे पर सोचने के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम में लगभग 50 विद्यार्थियों ने भाग लिया, जो उनके पर्यावरण के प्रति जागरूकता को दर्शाता है।
कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर नैना ने किया, जबकि प्रोफेसर रितिका ने बच्चों को इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए उत्साहित किया। प्रतियोगिताओं के परिणामों की घोषणा की गई, जिसमें पोस्टर प्रतियोगिता में आकृति, शिवानी देवी और रितिका ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं नारा लेखन प्रतियोगिता में सुहानी शर्मा, भावना और रितिका ने पुरस्कार जीते। निबंध लेखन प्रतियोगिता में रिया और कविता ने क्रमशः पहला और दूसरा स्थान हासिल किया।
निर्णायक मंडल में डॉ. मनोज कहोल, डॉ. लीना शर्मा, डॉ. प्रियंका और प्रोफेसर अर्श सिंह राणा ने निर्णायक भूमिका निभाई और प्रतियोगिताओं के परिणामों का मूल्यांकन किया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से महाविद्यालय ने विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी का अहसास दिलाया और उन्हें सामाजिक मुद्दों पर सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था, जो निश्चित ही विद्यार्थियों में पर्यावरण जागरूकता और संवेदनशीलता को बढ़ावा देगा।