डिडवीं पंचायत में चार करोड़ की लागत से इंडोर स्टेडियम का होना था निर्माण
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने रखा था नींव पत्थर स्टेडियम बनाने के लिए स्वीकृत हुए थी 60 लाख की राशि, 10 कनाल भूमि पर होना था निर्माण
डिडवीं टिक्कर (हमीरपुर)। ग्राम पंचायत डिडवीं में प्रस्तावित इंडोर स्टेडियम का कार्य अढ़ाई वर्ष बाद भी शुरू नहीं हो पाया है। चार करोड़ की लागत से बनने वाले इंडोर स्टेडियम का शिलान्यास 28 जुलाई 2022 को पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने किया था।
इंडोर स्टेडियम के लिए विभाग को प्रथम किस्त के तौर पर 60 लाख रुपये का बजट स्वीकृत हुआ है, लेकिन अभी तक निर्माण को लेकर कोई भी कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई है। शिलान्यास वाले स्थान पर विभाग की दस कनाल भूमि है। भूमि पर झाड़ियां उगी हुई हैं। स्थानीय लोगों में सुदर्शन कुमार, अरुण, आदि ने कहा कि खेलें जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और बिना खेलों के जीवन अधूरा है
पंचायत में इंडोर स्टेडियम के बनने से युवाओं को घरद्वार पर खेलकूद गतिविधियां आयोजित करने में सुविधा प्राप्त होगी, लेकिन अढ़ाई वर्ष बाद स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
कोट
इस बारे में विभाग को दो बार अवगत करवाया गया है, लेकिन अभी तक कार्य को लेकर कोई भी कार्रवाई नहीं हो पाई है।
कुलवीर सिंह, प्रधान, ग्राम पंचायत डिडवीं टिक्कर
इंडोर स्टेडियम के निर्माण के लिए 60 लाख रुपये का बजट स्वीकृत हुआ है, लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद स्टेडियम निर्माण का पैसा विभाग के पास नहीं आया है। इस कारण पंचायत में इंडोर स्टेडियम का कार्य शुरू नहीं हो सका है।
पूर्ण चंद कटोच, जिला खेल अधिकारी
स्टेडियम बनाने के लिए चिन्हित की गई जगह पर अब झाड़ियां उगी हुई है। विभागीय लापरवाही के चलते निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
राज कुमार शर्मा, सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर।
युवाओं को खेलों से जोड़ने के लिए स्टेडियम का निर्माण कार्य होना था, लेकिन विभागीय देरी और सरकार की अनदेखी के चलते निर्माण कार्य की नींव शुरू नहीं हो पाई है।
अभिवन, युवा।
शिलान्यास को हुए अढ़ाई वर्ष का समय बीत चुका है। सरकार को दो बार निर्माण कार्य के संदर्भ में अवगत करवाया गया है, लेकिन कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है।
देवाशीष, युवा
स्टेडियम बनाने के लिए चुनी गई जगह पर पूर्व में लोग सुबह-शाम सैर करने आया करते थे, लेकिन अब स्टेडियम निर्माण कार्य के चलते यह जगह जंगल में बदल गई है।
अश्वनी भारद्धाज, ग्रामीण।