हमीरपुर: बाहल और जंदरोह के ग्रामीणों ने नई पंचायत में शामिल किए जाने का किया विरोध
हमीरपुर, नादौन: बाहल और जंदरोह गांव के ग्रामीणों ने नई पंचायत कड़साई में शामिल किए जाने पर कड़ा विरोध जताया है। सोमवार को इन दोनों गांवों के प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त हमीरपुर से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने मांग की कि उन्हें ग्राम पंचायत सरेड़ी में ही रखा जाए, जो उनके गांव से केवल आधा किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसके विपरीत, नई पंचायत कड़साई सात किलोमीटर दूर है, जिससे पंचायत संबंधी कार्यों में काफी दिक्कतें होंगी।
ग्रामीणों की समस्याएं और तर्क
ग्रामीणों का कहना है कि कड़साई पंचायत तक पहुंचने के लिए उन्हें जंगल से होकर जाना पड़ेगा, जिससे समय और संसाधनों की बर्बादी होगी। वहीं, सरेड़ी पंचायत में उन्हें अब तक सभी जरूरी सुविधाएं मिल रही हैं। नई पंचायत में शामिल होने पर पंचायत घर तक पहुंचने के लिए गाड़ी का खर्च करीब 1500 रुपये आएगा।
सरेड़ी पंचायत की भूमिका
सरेड़ी पंचायत के प्रधान राजेश कुमार ने बताया कि बाहल और जंदरोह के प्रतिनिधिमंडल ने नई पंचायत में शामिल किए जाने पर अपनी असहमति जताई है। ग्रामीणों ने उपायुक्त को ज्ञापन देकर अनुरोध किया है कि सरेड़ी पंचायत का कोरम पूरा होने तक उन्हें नई पंचायत कड़साई में शामिल न किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार और ग्रामीणों की सहमति के बाद ही इस मामले में कोई निर्णय लिया जाएगा।
निष्कर्ष: ग्रामीणों की मांग है कि उनकी सहूलियत और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया जाए। अधिकारियों से आग्रह किया गया है कि नई पंचायत में शामिल करने से पहले उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए।