भाजपा विधायक बिक्रम सिंह के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने सदन में स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि किसी भी सोलर प्रोजेक्ट का बिजली उत्पादन सोलर इनसोलेशन पर निर्भर करता है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि गुजरात के प्रोजेक्ट के मुकाबले जिला ऊना के पेखुबेला में स्थापित सोलर प्रोजेक्ट की लागत कम है। गुरुवार को भाजपा विधायक बिक्रम सिंह के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने सदन में स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि किसी भी सोलर प्रोजेक्ट का बिजली उत्पादन सोलर इनसोलेशन पर निर्भर करता है। हिमाचल प्रदेश में राजस्थान और गुजरात राज्यों की तुलना में वैश्विक क्षैतिज विकिरण लगभग 25 प्रतिशत कम है। ऐसे में प्रति मेगावाट बिजली उत्पादन 25 प्रतिशत कम होता हैं। सौर प्रति मेगावाट बिजली उत्पादन हिमाचल में लगभग 15 लाख यूनिट होता है, जबकि राजस्थान और गुजरात में 18-20 लाख यूनिट प्रति मेगावाट होता है। किसी भी सोलर प्रोजेक्ट की तुलना प्रति यूनिट बिजली काॅस्ट के अनुसार की जाती है।
पेखुबेला सोलर प्रोजेक्ट की तुलना गुजरात के प्रोजेक्ट के हिसाब से बेहतर है। हिमाचल में प्रोजेक्ट का निर्माण छह माह के भीतर पूरा हुआ। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ऊना को हम ऊर्जा जिला बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए और प्रोजेक्ट भी लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि काम करने वाले आलोचना से नहीं डरते। कहा कि रणधीर अच्छे वक्ता हैं लेकिन बुधवार को सदन में इनकी दुर्दशा दिखी। उधर, बिक्रम सिंह ने कहा कि पेखुबेला प्रोजेक्ट में ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए नियम बदले गए। निर्माण कार्य भी सही तरीके से नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि इस मामले में सांठगांठ और लेनदेन की भी जांच होनी चाहिए।
जंगली मुर्गे के मामले पर एफआईआर करने वालों से होगी बात
सदन में जब जंगली मुर्गे के मामले पर एफआईआर दर्ज होने की बात उठी तो मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। सरकार ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं करवाई है। इस पर भाजपा विधायक बलवीर वर्मा ने कहा कि कुपवी में कुछ स्थानीय लोगों की तरह से मामला दर्ज करवाया गया है। जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि एफआईआर वापस लेने के लिए आप भी उनसे बात करना, मैं भी करूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि एफआईआर तो हम आने वाले दिनों में करेंगे।