केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश में पर्यटन और वन्यजीव संरक्षण के लिए बड़े कदम उठाए हैं। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने राज्यसभा में बताया कि स्वदेश दर्शन योजना-दो के तहत हिमाचल में 63 करोड़ 34 लाख रुपये की परियोजना को मंजूरी दी गई है।
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पर्यटन के लिए नए गंतव्य:
1. पौंग बांध: इसे पर्यटन गंतव्य के रूप में चिन्हित किया गया है। यह स्थान अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पक्षी विहार के लिए प्रसिद्ध है, जो पर्यटकों को आकर्षित करेगा।
2. काजा (लाहौल-स्पीति):काजा को संस्कृति और विरासत गंतव्य के रूप में शामिल किया गया है। यहां की अनोखी परंपराएं और बौद्ध संस्कृति इसे विशेष बनाती हैं।
3. छितकुल (किन्नौर): इसे “जीवंत ग्राम कार्यक्रम” के तहत चिन्हित किया गया है। छितकुल अपनी अद्वितीय ग्रामीण जीवनशैली और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।
वन्यजीव संरक्षण के लिए केंद्र की सहायता:
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने हिमाचल प्रदेश को 7 करोड़ 66 लाख रुपये की राशि वन्यजीव संरक्षण के लिए मंजूर की है।
इस योजना में मुख्यतः
अवैध शिकार की रोकथाम।
वन अग्नि सुरक्षा के उपाय।
निगरानी कर्ताओं की तैनाती।
लुप्तप्राय प्रजातियों का संरक्षण:
केंद्र सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि हिमाचल प्रदेश से गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियों के विलुप्त होने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।