Follow

Keep Up to Date with the Most Important News

By pressing the Subscribe button, you confirm that you have read and are agreeing to our Privacy Policy and Terms of Use
Buy Now
FacebookTwitterInstagramYoutube

4 माह पहले लगाए गए स्पीड ब्रेकर ले रहे अंतिम सांस, बड़सर

WhatsApp Image 2023 10 14 At 5.16.11 PMWhatsApp Image 2023 10 14 At 5.16.11 PM

उपमंडल बड़सर में आज से 4 माह पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा स्पीड ब्रेकर लगाने का निर्णय किया गया, जिसमें विभाग ने सभी सम्पर्क मार्गो पर मौजूद चौक, स्कूल के पास, कॉलेज के पास, और अन्य जगहों को चिन्हित कर वहां स्पीड ब्रेकर लगाने का फैसला किया गया! विभाग के अनुसार इन्हें लगाने में करीब 3 से 4 लाख का खर्च आया है! इसके लिये बकायदा विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया पूरी की गयी, और इसका कार्य पूरा किया गया!लेकिन पिछले कुछ समय से ये स्पीड ब्रेकर अपनी जगह से निकलना शुरू हो चुके हैँ, कई गाँवों के रास्ते पर लगाए गए स्पीड ब्रेकर, और कई मुख्य सम्पर्क सड़कों पर लगाए गए स्पीड ब्रेकर अब निकलना शुरू हो चुके हैँ!

कई जगह से ये लगभग पूरी तरह निकल चुके हैँ, तो कई जगह से निकलना शुरू हो चुके हैँ, हालांकि इन स्पीड ब्रेकरों के लगने के बाद कई लोगों ने सवाल भी उठाये, की इस तरह के स्पीड ब्रेकर लगाने का क्या फायदा है, क्यूंकि मुख्य तौर पर स्पीड ब्रेकर कुछ इस तरह बनाये जाते हैँ की गाड़ी को ब्रेक लगानी पड़े, और इनकी बनावट भी लगभग एक तरह की होती है, कुछ समय पहले ये अधिकतर कंक्रीट से बनाये जाते थे, लेकिन आजकल ये प्लास्टिक फाइबर के बनाये जाते हैँ! लेकिन ये अपनी तरह के पहले स्पीड ब्रेकर हैँ जो केवल एक पतली फट्टी की तरह है, जिनसे गाड़ी को ब्रेक लगाने की उतनी कोई आवश्यकता नहीं होती, और आसानी से गाड़ी बिना ब्रेक लगाए भी इनके ऊपर से गुजर सकती है! ऐसे में जिस उद्देश्य से ये स्पीड ब्रेकर लगाए जाते हैँ, वह उद्देश्य भी यहां पूरा होता हुआ नहीं दिख रहा! हालांकि स्पीड ब्रेकर लगाए जाने की जरूरत है, ताकि संवेदनशील जगहों पर दुर्घटनाओं को रोका जा सके, लेकिन लाखों रूपये में लगाए गए स्पीड ब्रेकर अगर 4 माह में ही ब्रेक होने लगें तो सवाल तो बनते हैँ! बड़सर, बरोली, मैहरे, गारली और अन्य कई जगह के स्थानीय लोगों ने बताया की स्पीड ब्रेकर पूरी तरह निकलना शुरू हो गए हैँ, वहीं कई जगह से इनके चोरी होने की भी सूचनाएं मिली हैँ, स्थानीय रमेश कुमार, रुपेश, अनिल कुमार, अमित शर्मा, विकास वर्मा, अनुपम ठाकुर, शिवेंद्र भार्दवाज और अन्य कई लोगों ने कहा की विभाग को इनकी मुरम्मत करने की जरूरत है, वहीं ठेकेदार से बगी स्पष्टीकरण लेने की जरूरत है!
इस विषय में ज़ब हमने लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंता सुरेश कुमार से बात की तो उन्होंने कहा की इस विषय में उनके पास कोई शिकायत तो नहीं आयी है, परन्तु अगर इस तरीके से कहीं हुआ है तो, उसकी जांच की जाएगी, और जो उचित कदम होगा वह उठाया जायेगा!

Advertisement

Add a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Submit Comment

Keep Up to Date with the Most Important News

By pressing the Subscribe button, you confirm that you have read and are agreeing to our Privacy Policy and Terms of Use
Advertisement